
रिपोर्टर — सुरज पुरेना
बिलासपुर / ग्राम पंचायत मंगला (प) की पूर्व सरपंच श्रीमती रूखमणी बाई अंजोर सिंह पटेल पर पंचायत फंड में बड़े पैमाने पर वित्तीय अनियमितता और गबन के गंभीर आरोप लगे हैं। शिकायतकर्ताओं का आरोप है कि पूर्व सरपंच ने अपने कार्यकाल (वर्ष 2020 से फरवरी 2025 तक) के दौरान पंचायत की राशि का दुरुपयोग कर करोड़ों रुपये की हेराफेरी की है।
शिकायत के अनुसार, 15वें वित्त आयोग की मूलभूत संरचना मद, तालाब मरम्मत, चबूतरा निर्माण, डेम निर्माण, मकान टैक्स व अन्य पंचायत मदों की राशि का फर्जी बिल, वाउचर व प्रस्ताव बनाकर गबन किया गया है। इसके अलावा आरोप है कि कोरोना काल में फर्जी बिलों के माध्यम से लाखों की राशि की निकासी की गई और आचार संहिता के दौरान भी पंचायत राशि का आहरण कर नियमों की अवहेलना की गई।

शिकायतकर्ताओं ने यह भी बताया कि पूर्व सरपंच द्वारा अपने कार्यकाल में पंचायत के कुल सात सचिवों का बार-बार स्थानांतरण कर प्रशासनिक कार्यों को प्रभावित किया गया। साथ ही पंचायत की भूमि पर अवैध कब्जा कर उस पर निर्माण कार्य भी कराया गया। सरपंच पति अंजोर सिंह पटेल पर भी ग्रामीणों के साथ मारपीट, झूठी रिपोर्ट दर्ज कराने और सामाजिक वैमनस्य फैलाने जैसे गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि पटेल समाज भवन के लिए स्वीकृत 2.60 लाख रुपये की राशि भी फर्जी तरीके से आहरित कर ली गई। आरोप है कि फर्जी कार्यों के नाम पर विकास कार्य दर्शा कर पंचायत फंड से अपने रिश्तेदारों के नाम पर भी भुगतान कराया गया है। प्रारंभिक आकलन के अनुसार यह गबन 90 लाख से 2 करोड़ रुपये तक का हो सकता है।
ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से पूरे कार्यकाल की निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कठोर कार्रवाई की मांग की है।