
रिपोर्टर — सुरज पुरेना
बिलासपुर / ग्राम पंचायत घूटकू में इन दिनों अवैध रेत उत्खनन अपने चरम पर पहुंच गया है। ग्रामीणों के अनुसार, रेत खनन के कारण ग्राम की उपजाऊ कृषि भूमि में भारी जल कटाव हो रहा है, जिससे सैकड़ों एकड़ जमीन बर्बाद होने की कगार पर है। स्थिति को देखते हुए ग्रामीणों ने प्रशासन से तत्काल हस्तक्षेप कर अवैध खनन पर रोक लगाने और संबंधित रेत घाट को सील करने की मांग की है।

ग्रामवासियों ने बताया कि जब इस पर आपत्ति जताई गई, तो ग्राम सरपंच द्वारा जान से मारने की धमकी दी गई और झूठे केस में फंसाने की बात कही गई। ग्रामीणों का यह भी आरोप है कि इस अवैध कार्य में ग्राम के कुछ प्रभावशाली पुरुष भी शामिल हैं, जो खुलेआम कानून की अनदेखी कर रहे हैं।
ग्रामीणों और महिला संगठनों ने प्रशासन को चेतावनी दी है कि यदि एक सप्ताह के भीतर इस अवैध उत्खनन पर प्रभावी रोक नहीं लगाई गई और दोषियों पर दंडात्मक कार्यवाही नहीं हुई, तो वे “मंगला भैंसा झार” स्थान पर धरना प्रदर्शन और आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
ग्रामीणों ने कहा कि शांतिपूर्ण ढंग से बात रखने पर जब प्रशासन और जनप्रतिनिधि सुनवाई नहीं करते, तब आंदोलन ही एकमात्र रास्ता बचता है। इस आंदोलन की पूरी जिम्मेदारी शासन और जिला प्रशासन की होगी। ग्रामीणों ने मीडिया से भी अनुरोध किया है कि इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाकर शासन तक उनकी आवाज पहुंचाई जाए।