
रिपोर्टर — सुरज पुरेना
Bilaspur news / बिलासपुर। सावन मास के पावन अवसर पर तहसील अधिवक्ता संघ द्वारा शनिवार को पारंपरिक रूप से रुद्राभिषेक एवं भोग-भंडारे का आयोजन किया गया। यह परंपरा संघ द्वारा लगातार पिछले 20 वर्षों से निभाई जा रही है। कार्यक्रम तहसील परिसर स्थित शिव मंदिर में संपन्न हुआ, जहां सर्वप्रथम पार्थिव शिवलिंग का निर्माण कर 16 प्रकार के जलाभिषेक किए गए। इसमें दूध, दही, गंगाजल सहित विभिन्न पूजन सामग्रियों से भगवान शिव का अभिषेक कर विधिवत पूजा-अर्चना की गई।

रूद्राभिषेक के दौरान शिवलिंग पर जल, दूध, दही, शहद, घी, गंगाजल और अन्य पवित्र पदार्थों का अभिषेक किया गया। शिव भक्तों ने मंत्रोच्चार और भगवान शिव के 108 नामों का जाप कर वातावरण को भक्तिमय बना दिया। आयोजन का उद्देश्य समाज में सुख, शांति और समृद्धि का संदेश देना और आपसी सद्भाव बनाए रखना था। इस अवसर पर संघ के पदाधिकारियों और सदस्यों ने सामूहिक रूप से भगवान शिव की आराधना की और श्रद्धालुओं के बीच भोग-प्रसाद का वितरण किया।

संघ के अध्यक्ष सहित वरिष्ठ सदस्यों ने कहा कि इस धार्मिक आयोजन से न केवल मानसिक शांति और आध्यात्मिक बल मिलता है, बल्कि यह सभी को एक सूत्र में जोड़ने का माध्यम भी है। सावन मास में रुद्राभिषेक को विशेष महत्व प्राप्त है और इसे करने से भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
कार्यक्रम में तहसील अधिवक्ता संघ बिलासपुर के सदस्य वरुण पांडे, राम मनोहर दुबे, ए. सिया सनेही दुबे, विनय ठाकुर, अजय स्वर्णकार, येम लिबर्टी, उत्तम साहू, दिनेश माधवनी, अर्जुन सक्सेना, बी.पी.डहरिया, बि येल बंजारे, अनुपम शुक्ला, वासुदेव शर्मा, सुशील हजारी, राजेश गढेवाल, रामशरण सहित कई अधिवक्ता उपस्थित रहे।
अंत में सामूहिक मंगलकामना की गई कि सभी के जीवन में सुख, शांति और समृद्धि बनी रहे तथा आपसी संबंध मजबूत हों।