सिम्स बिलासपुर में नवजात शिशु संरक्षण सप्ताह एवं बाल संरक्षण जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन
बिलासपुर, 19 नवंबर 2025।
छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान (CIMS) बिलासपुर में आज दो महत्वपूर्ण कार्यक्रमों का आयोजन किया गया—
राष्ट्रीय नवजात शिशु सप्ताह 2025 (15–21 नवम्बर) के तहत जागरूकता कार्यक्रम
बाल शोषण एवं बाल संरक्षण (Child Abuse and Prevention) पर विशेष संगोष्ठी
इन आयोजनों का उद्देश्य बच्चों एवं नवजात शिशुओं की सुरक्षा, स्वास्थ्य जागरूकता और समाज में बाल संरक्षण की दिशा में सकारात्मक वातावरण तैयार करना है।
नवजात शिशु सप्ताह 2025 : “Newborn Safety – Every Touch, Every Time, Every Baby”
शिशु रोग विभाग (Pediatrics) के नेतृत्व में आयोजित इस कार्यक्रम में नवजात शिशुओं की देखभाल, संक्रमण से बचाव, स्तनपान, तापमान संरक्षण, स्वच्छता और सुरक्षित प्रसव पश्चात देखभाल पर विशेषज्ञों ने विस्तृत जानकारी दी। अस्पताल में आने वाले परिजनों और माताओं के लिए स्वास्थ्य वार्ता, परामर्श एवं प्रायोगिक प्रदर्शन भी आयोजित किए गए।
बाल शोषण एवं बाल संरक्षण जागरूकता कार्यक्रम
बाल शोषण जागरूकता सप्ताह के अंतर्गत आयोजित इस कार्यक्रम में बाल सुरक्षा, मानसिक स्वास्थ्य, शारीरिक एवं लैंगिक शोषण की रोकथाम, कानूनी प्रावधान तथा बच्चों के प्रति समाज की ज़िम्मेदारी जैसे महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की गई।
विभाग द्वारा बाल शोषण पहचान, किसी बच्चे को शारीरिक मानसिक भावनात्मक या यौन रूप से हानि पहुंचाई जाती है या उसे उपेक्षा का सामना करना पड़ता है तो उसे बाल शोषण कहा जाता है शोषण कई प्रकार के होते हैं जैसे शारीरिक शोषण (मारना चोट) भावनात्मक शोषण एवं शोषण एवं अपेक्षा करना करना (शिक्षा से वंचित करना पोषण सुरक्षा स्वास्थ्य एवं प्यार से वंचित करना) रोकथाम और रिपोर्टिंग के उपायों पर बाल शोषण शिकायत, चाइल्ड लाइन हेल्पलाइन नंबर 1098 पर तुरंत कॉल करें प्रशिक्षण भी दिया गया।
शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. पूनम अग्रवाल,डॉ. अस्मित, डॉ. केसली, छात्र छात्राएं एवं स्टॉप मौजूद थे
विशेष वक्तव्य
अधिष्ठाता, सिम्स बिलासपुर – डॉ. रमणेश मूर्ति
सिम्स बिलासपुर हमेशा से सामाजिक और चिकित्सकीय दायित्वों को गंभीरता से निभाता आया है। नवजात शिशु सप्ताह और बाल संरक्षण जागरूकता, दोनों ही अत्यंत महत्वपूर्ण विषय हैं। हम चाहते हैं कि प्रत्येक बच्चा सुरक्षित वातावरण में स्वस्थ जीवन की शुरुआत करे और किसी भी प्रकार के शोषण से दूर रहे।
चिकित्सा अधीक्षक – डॉ. लखन सिंह
हमारा संस्थान मरीजों और उनके परिजनों को सुरक्षित तथा संवेदनशील वातावरण प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। नवजात सुरक्षा सिर्फ अस्पताल तक सीमित नहीं, बल्कि घर और समाज की भी बड़ी ज़िम्मेदारी है। साथ ही, बाल शोषण के मामलों में जागरूकता ही रोकथाम का सबसे प्रभावी माध्यम है।
विभागाध्यक्ष, शिशु रोग विभाग – डॉ. राकेश नहरेल
नवजात शिशु अत्यंत संवेदनशील होते हैं और उनकी सुरक्षा हर क्षण अत्यावश्यक है। ‘Every Touch, Every Time, Every Baby’ थीम हमें याद दिलाती है कि हर संपर्क सुरक्षित और संक्रमण रहित होना चाहिए। साथ ही, बाल संरक्षण के मुद्दों पर समाज की सक्रिय भूमिका बेहद आवश्यक है
सिम्स बिलासपुर द्वारा आयोजित दोनों कार्यक्रमों ने नवजात सुरक्षा और बाल संरक्षण जैसे विषयों पर प्रभावी संदेश दिया। अस्पताल प्रशासन ने सुनिश्चित किया कि आने वाले दिनों में इस प्रकार की जनहितकारी गतिविधियाँ लगातार जारी रहेंगी।


