
कृष्णा छत्तीसगढ़िया की कलम से….
कड़े संघर्ष के बाद राजनीति में आकर सेवा करना चाहता है सुनील । उनके पिता राजमिस्त्री था जब वो 15 साल की उम्र के थे तब उनका पिता का देहांत हो गया। उनकी माता मजदूरी कर बच्चों का पालन पोषण करना पड़ा । 16 वर्ष कि उम्र से होटल और अन्य जगह में सुनील को काम करना पड़ा लेकिन बचपन से ही निडर थे ।
समाजसेवी,राजनीति में रुचि होने के कारण राजनीतिक क्षेत्र में आए और युवा बिल्हा विधानसभा अध्यक्ष रूप नियुक्त हुए । उन्होंने राजनीति छेत्र में आते ही किसान के मुद्दों के लिए पदयात्रा किया, छात्र हक कि लड़ाई लड़ाई लड़ी ,
अभी हाल ही में sc st obc आरक्षण कम देने के विरोध में जिला अध्यक्ष विजय केसरवानी जी के नेतृत्व में हजारों युवाओं के साथ जंगी प्रदर्शन किया भारत जोड़ो यात्रा में राहुल गांधी जी के साथ भी कार्य किए। उन्होंने अपनी चुनाव क्षेत्र के मतदाताओं से गुहार लगाया है कि उन्हें अपना छत्तीसगढ़िया बेटा, भाई समझ कर प्रचंड बहुमत से विजय बनाए।