
रिपोर्टर — सुरज पुरेना
बिलासपुर / छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मंडल (CG Vyapam) द्वारा 13 जुलाई को आयोजित PWD भर्ती परीक्षा में एक संगठित राज्यव्यापी नकल रैकेट का खुलासा हुआ है। बिलासपुर के स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय, सरकंडा केंद्र में एक ऑटो से पकड़ी गई युवती अनुराधा के पास से टैबलेट, कैमरा, वॉकी-टॉकी, इयरफोन जैसी तकनीकी डिवाइसेस बरामद की गईं, जिससे परीक्षा में रिमोट सहायता के माध्यम से नकल कराई जा रही थी।

पूछताछ में संबंधित युवतियों ने चौंकाने वाला खुलासा करते हुए बताया कि यह नकल का तंत्र छत्तीसगढ़ के 40 से अधिक परीक्षा केंद्रों में सक्रिय था। इससे यह साफ हो गया है कि यह कोई साधारण घटना नहीं, बल्कि एक गहरी और संगठित साजिश है, जिसकी जड़ें परीक्षा केंद्रों, तकनीकी ऑपरेटरों और संभवतः व्यापम अधिकारियों तक फैली हो सकती हैं।
चौंकाने वाली बात यह है कि केंद्राध्यक्ष द्वारा पुलिस को सूचित किए जाने के बावजूद 5 घंटे तक FIR दर्ज नहीं की गई। बाद में NSUI कार्यकर्ताओं के दबाव पर एफआईआर दर्ज की गई।
इस गंभीर प्रकरण को लेकर युवाओं और विभिन्न छात्र संगठनों ने दो प्रमुख मांगें रखी हैं –
1. CBI जांच की अनुशंसा: निष्पक्ष और गहन जांच के लिए केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) से जांच कराई जाए।
2. परीक्षा निरस्तीकरण: 13 जुलाई को आयोजित पूरी PWD परीक्षा को अवैध घोषित कर निरस्त किया जाए, ताकि भविष्य में ऐसे अपराधों पर अंकुश लग सके।
यह केवल एक परीक्षा की बात नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ की पूरी परीक्षा प्रणाली की साख और लाखों युवाओं के भविष्य का सवाल है। यदि समय रहते कठोर कार्रवाई नहीं की गई, तो इसका असर पूरे राज्य की भर्ती प्रक्रियाओं पर पड़ेगा।