
लैलूंगा में नशे के विरुद्ध जनचेतना का ज्वालामुखी, तीन ग्रामों के नागरिकों ने ली नशामुक्ति की शपथ…
- थाना प्रभारी, हाईकोर्ट अधिवक्ता और सामाजिक कार्यकर्ताओं की उपस्थिति में हुआ ऐतिहासिक संकल्प…
रायगढ़। जिले के लैलूंगा थाना अंतर्गत ग्राम पंचायत बरडीही तथा आश्रित ग्राम कोयलारडीही और पोटेबिरनी के 100 से अधिक ग्रामीणों ने रविवार को नशे के विरुद्ध एक ऐतिहासिक और सामूहिक शपथ ली। यह आयोजन केवल एक कार्यक्रम नहीं था, बल्कि नशे के खिलाफ एक संगठित जनघोषणा था, जिसमें समाज, प्रशासन और क़ानून के प्रतिनिधि एक मंच पर दिखे।
इस अवसर पर लैलूंगा थाना प्रभारी श्री रोहित बंजारे, छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय के अधिवक्ता श्री झनेन्द्र कुमार महिलांग, तथा क्षेत्र के वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता ऋषिराज शर्मा, कार्तिक राम पोर्ते, लक्ष्मीप्रसाद गुप्ता, सीमा सिदार सहित अनेक गणमान्यजन उपस्थित रहे।

“अब केवल चेतावनी नहीं, कार्रवाई होगी” – थाना प्रभारी रोहित बंजारे : थाना प्रभारी श्री बंजारे ने अपने उद्बोधन में कहा: “नशा न केवल व्यक्तिगत जीवन को बर्बाद करता है, बल्कि समाज को अपराध, शोषण और अराजकता की ओर ले जाता है। अब पुलिस मूकदर्शक नहीं रहेगी – हर स्तर पर नशे के खिलाफ ठोस कार्रवाई की जाएगी।”
उन्होंने ग्रामीणों से अपील की कि वे संगठित होकर सहयोग करें और सूचना देने में संकोच न करें।
“नशा संविधान और समाज दोनों का अपमान है” अधिवक्ता महिलांग : हाईकोर्ट अधिवक्ता श्री जनेन्द्र सिंह महिलांगे ने नशे को विकास और लोकतंत्र के लिए सबसे बड़ा खतरा बताया। उन्होंने कहा:
“नशा युवाओं की ऊर्जा और समाज की चेतना का अपहरण करता है। अब समय है कि गांव खुद नेतृत्व करें और संविधानसम्मत रूप से अपने अधिकारों की रक्षा करें।”
सामाजिक कार्यकर्ताओं की उपस्थिति बनी चेतना की शक्ति : वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता ऋषिराज शर्मा, कार्तिक राम पोर्ते, लक्ष्मीप्रसाद गुप्ता और सीमा सिदार ने अपने विचार रखते हुए कहा कि यह पहल केवल शपथ नहीं, बल्कि एक जनआंदोलन की नींव है। उन्होंने इसे लैलूंगा क्षेत्र के लिए चेतना का नया युग बताया और कहा कि अब हर गांव को इसी राह पर चलना चाहिए।
नारों में गूंजा संकल्प – “नशा छोड़ो, समाज जोड़ो” : शपथ के पश्चात ग्रामीणों ने पूरे जोश के साथ नारे लगाए :
🗣️ “नशा मुक्त गांव -हमारी पहचान!”
🗣️ “हम बदलेंगे, अबकी बार पूरी तरह बदलेंगे!”
🗣️ “संघर्ष ही समाधान है!”
लैलूंगा की यह जागृति अब पूरे रायगढ़ के लिए उदाहरण बनेगी : यह पहल केवल तीन गांवों तक सीमित नहीं रहेगी। जिस एकजुटता, प्रतिबद्धता और संवेदनशीलता के साथ यह अभियान आरंभ हुआ है, वह आने वाले समय में पूरे ज़िले और राज्य के लिए प्रेरणा बनेगा।
- नशे के सौदागरों को अब जवाब देना होगा।
- जनता तैयार है -अब कोई भ्रम नहीं, सिर्फ बदलाव की राह है।