
रिपोर्टर — सुरज पुरेना
बिलासपुर न्यूज / जिले की स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट बहुउद्देशीय उच्च माध्यमिक शाला, दयालबंद से छात्रहित से जुड़ी अनेक गंभीर शिकायतें सामने आई हैं। पालकों और विद्यार्थियों का आरोप है कि शाला में स्वच्छता व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है, गर्ल्स टॉयलेट जर्जर और अस्वच्छ होने से कई छात्राएं बीमार पड़ीं, वहीं कक्षाओं और परिसर में नियमित सफाई नहीं होती।
शिकायतकर्ताओं का कहना है कि अंग्रेजी एवं हिंदी माध्यम को एक साथ बैठाने से छात्रों में विवाद की स्थिति बन रही है तथा अंग्रेजी माध्यम के विद्यार्थियों के साथ भेदभाव हो रहा है। विद्यालय के शिक्षकों में गुटबाजी हावी है, कई विषयों की पढ़ाई अधूरी रह जाती है। इसके अलावा प्रवेश प्रक्रिया संदिग्ध बताई जा रही है और छात्रों से मार्कशीट वितरण के दौरान 10 से 20 रुपये तक वसूले जाने का आरोप है।

छात्र-पालकों ने यह भी आरोप लगाया कि शाला में पिछले दो वर्षों से खेल, सांस्कृतिक गतिविधियां, एनएसएस, स्काउट-गाइड जैसी गतिविधियां पूरी तरह बंद हैं। वहीं पुस्तकालय व शारीरिक शिक्षा का भी लाभ विद्यार्थियों को नहीं मिल रहा। अशुद्ध पेयजल, आई-कार्ड के नाम पर अतिरिक्त वसूली और विभिन्न फंड के दुरुपयोग जैसे गंभीर मुद्दे भी सामने आए हैं।
विद्यार्थियों ने बताया कि समस्याओं की शिकायत करने पर प्राचार्या द्वारा स्थानांतरण प्रमाण पत्र (टीसी) देने की धमकी दी जाती है। अभिभावकों का स्पष्ट कहना है कि शाला का स्वर्णिम काल वापस लाने के लिए शासन-प्रशासन को तत्काल हस्तक्षेप कर प्राचार्या का स्थानांतरण एवं सभी फंड की उच्चस्तरीय जांच करवानी चाहिए।
सभी आत्मानंद स्कूल का यही हाल है खपरगंज के स्कूल में कभी भी कोर्स कंप्लीट नहीं होता न ही पढ़ाई का स्तर सुधर रहा है