
रिपोर्टर — सुरज पुरेना
बिलासपुर न्यूज / अरपा नदी में अवैध रेत उत्खनन का बड़ा खुलासा शनिवार शाम हुआ। नगोई के पास नगदहरा ग्राम में नदी के बीचोंबीच चैन माउंटेन मशीन से रेत निकाली जा रही थी। इसकी जानकारी मिलते ही समाजसेवी सचिन साहू ग्रामीणों के साथ मौके पर पहुंचे और उत्खनन की पूरी हकीकत उजागर की।
समाजसेवी ने तत्काल कलेक्टर बिलासपुर, एसडीएम कोटा और वन विभाग के अधिकारियों को सूचना दी। इस दौरान मौके पर मौजूद वाहन चालक वाहन लेकर भाग निकले। ग्रामीणों का आरोप है कि बिना रॉयल्टी और अनुमति के मशीनों व ट्रकों से बड़े पैमाने पर रेत का परिवहन किया जा रहा है। समाजसेवी का कहना है कि इस संबंध में कई बार शिकायत करने के बावजूद खनिज विभाग ने केवल खानापूर्ति की और ठोस कार्रवाई नहीं की।

सचिन साहू ने कलेक्टर को ज्ञापन देकर मांग की है कि अवैध खनन में शामिल लोगों पर तत्काल कठोर कार्रवाई की जाए। साथ ही खनिज विभाग की लापरवाही की भी जांच हो। स्थानीय लोगों ने बताया कि लगातार अवैध खनन से गांव की सड़कों को नुकसान पहुंच रहा है और नदी घाट की जमीन भी खतरे में है।

इस विषय पर खनिज निरीक्षक राजू यादव ने बताया कि शिकायत मिलने पर मौके पर जाकर चैन मशीन और एक ट्रक को शीलबंद किया गया है। वहीं, ग्रामीणों का कहना है कि रोजाना सैकड़ों ट्रैक्टर और हाइवा वाहनों से रेत खोंगसरा व टाटीधार मार्ग से मध्यप्रदेश तक पहुंचाई जाती है। आरोप है कि केंवची सीमा पर तैनात बैरियर कर्मचारियों की मिलीभगत से यह कारोबार फल-फूल रहा है।
फिलहाल मामला कलेक्टर तक पहुंच गया है। अब देखना होगा कि प्रशासन और खनिज विभाग अवैध उत्खनन पर रोक लगाने के लिए क्या ठोस कदम उठाते हैं।