
( रिपोर्टर — सुरज पुरेना )
बिलासपुर न्यूज / सर्व आदिवासी समाज छत्तीसगढ़ ने केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में चल रहे संवैधानिक और लोकतांत्रिक संघर्ष को समर्थन देते हुए पर्यावरणविद एवं जनप्रिय नेता सोनम वांगचुक की रिहाई की मांग की है। इस संबंध में समाज के पदाधिकारियों ने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और बिलासपुर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।

ज्ञापन में कहा गया है कि लद्दाख के नागरिक संविधान सम्मत और अहिंसक तरीके से अपनी मांगें रख रहे हैं, लेकिन सरकार द्वारा आंदोलन पर दमनात्मक कार्रवाई की जा रही है। ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया कि सरकार ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में लद्दाख को छठवीं अनुसूची में शामिल करने का वादा किया था, जिसे अब पूरा किया जाना चाहिए।
समाज ने मांग की कि सोनम वांगचुक पर लगाए गए राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) के झूठे आरोप तत्काल वापस लिए जाएं और उनकी सुरक्षित वापसी सुनिश्चित की जाए। साथ ही, लेह में हुई हिंसक घटनाओं की उच्चस्तरीय न्यायिक जांच की मांग भी की गई।

संगठन ने चेतावनी दी है कि यदि 12 नवंबर 2025 तक केंद्र सरकार उनकी मांगों पर संवेदनशीलता से विचार नहीं करती, तो 15 नवंबर बिरसा मुंडा जयंती के अवसर पर देशव्यापी “भारत बंद” आंदोलन किया जाएगा, जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी केंद्र सरकार की होगी।
सर्व आदिवासी समाज के जिला अध्यक्ष शिव नारायण चेचाम, युवा प्रभाग अध्यक्ष सुभाष सिंह परते, संगठन मंत्री प्रताप सिंह नेताम सहित कई पदाधिकारी इस ज्ञापन में शामिल रहे। उन्होंने कहा कि लद्दाख की तरह भारत के सभी आदिवासी क्षेत्रों में भी संविधान सम्मत स्वशासी व्यवस्था लागू होनी चाहिए ताकि भूमि, संस्कृति और पर्यावरण की रक्षा सुनिश्चित की जा सके।