
[ रिपोर्टर — सुरज पुरेना ]
बिलासपुर न्यूज । न्यायधानी में दबंगई का एक और उदाहरण सामने आया है। व्यापार विहार स्थित चर्चित आनंदा इम्पीरियल होटल के सामने कुछ रसूखदारों ने स्मार्ट रोड के डिवाइडर को ढहा दिया। निगम प्रशासन की अनुमति के बिना सड़क के बीच बने डिवाइडर को तोड़ देना प्रशासनिक व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा करता है। बताया जा रहा है कि डिवाइडर हटाने से होटल को सीधा फायदा हो रहा है।
निगम ने महाराणा प्रताप चौक से एफसीआई गोदाम मोड़ तक चौड़ी सड़क और बीच में डिवाइडर बनवाया था ताकि हादसे न हों। लेकिन दबंगों ने ग्रिल हटवाकर पूरा डिवाइडर ही तोड़वा दिया। इससे पहले भी गौरव पथ पर शराब भट्टी के सामने ऐसा ही मामला सामने आया था, तब पूर्व निगम कमिश्नर रानू साहू ने जिम्मेदारों को तलब किया था।

करीब एक दशक पहले अग्रसेन चौक पर निगम के स्वागत द्वार को भी एक व्यापारी ने तोड़वाया था, तब तत्कालीन मंत्री राजेश मूणत ने फटकार लगाई थी, लेकिन कार्रवाई ठंडे बस्ते में चली गई। व्यापार विहार का यह होटल निर्माण काल से ही विवादों में रहा है। निर्माण के दौरान निगम के डंपर और एक्सीवेटर के दुरुपयोग के आरोप भी लगे थे।
अब होटल के सामने न केवल डिवाइडर तोड़ा गया है बल्कि वहां लगा हरा-भरा पेड़ भी काट दिया गया है। पीएम मोदी के “एक पेड़ माँ के नाम” अभियान को खुली चुनौती देते हुए पेड़ को उजाड़ देना पर्यावरण के प्रति लापरवाही और रसूख के दुरुपयोग की मिसाल बन गया है। सवाल है—क्या इस बार भी निगम चुप रहेगा?