किसान सम्मान निधि की 21वीं किस्त का प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने किया हस्तांतरण
कृषि विज्ञान केन्द्र में आयोजित जिला स्तरीय कार्यक्रम में सैकड़ों किसानों ने प्रधानमंत्री को वर्चुअली सुना
जिले के एक लाख 53 हजार किसान हुए लाभान्वित
बिलासपुर,19 नवम्बर 2025/प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा किसान सम्मान निधि की 21वीं किस्त का आज हस्तांतरण किया। इस अवसर पर जिला स्तरीय समारोह का आयोजन कृषि विज्ञान केंद्र में किया गया जहां सैकड़ों किसानों ने प्रधानमंत्री के उद्बोधन को वर्चुअली सुना। जिले के एक लाख 53 हजार किसान इस योजना से लाभान्वित। इस अवसर पर किसानों ने सरकार की किसानों के लिए कल्याणकारी योजनाओं के लिए आभार जताया। कार्यक्रम में भारतीय किसान संघ ने प्राकृतिक खेती की महत्ता और देशी नस्ल की गायों के संरक्षण एवं संवर्द्धन पर भी प्रकाश डाला।
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आज तमिलनाडु के कोयम्बतूर से किसान सम्मान निधि की 21 वीं किश्त का हस्तांतरण किया। इस अवसर पर कृषि विज्ञान केंद्र कोनी में आयोजित कार्यक्रम में किसानों ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के उद्बोधन को वर्चुअली सुना। सम्मान निधि की राशि हस्तांतरण का संदेश मिलते ही किसानों के चेहरे खिल उठे। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में भारतीय किसान संघ के प्रदेशाध्यक्ष श्री माधो सिंह ने प्राकृतिक खेती की महत्ता और देशी नस्ल की गायों के संरक्षण एवं संवर्द्धन पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि सतत कृषि के लिए देशी गाय आधारित खेती अत्यंत उपयोगी सिद्ध हो रही है।
भारतीय किसान संघ के जिला अध्यक्ष श्री लक्ष्मी साहू ने किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 21वीं किस्त के हस्तांतरण पर बधाई दी और इसे किसानों की आर्थिक उन्नति में महत्वपूर्ण कदम बताया। कृषि महाविद्यालय, बिलासपुर के अधिष्ठाता डाॅ. एन. के. चैरे ने कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा आयोजित कार्यक्रम की सराहना की। उन्होंने किसानों से आग्रह किया कि सम्मान निधि की इस राशि का उपयोग कृषि सुधार, उन्नत तकनीक अपनाने और उत्पादन बढ़ाने के लिए करें। कृषि विज्ञान केन्द्र, बिलासपुर के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डाॅ. गीत शर्मा ने कहा कि केन्द्र लगातार किसानों के हित में कार्य कर रहा है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की इस किस्त के तहत देशभर के किसानों को 18 हजार करोड़ रुपये की राशि हस्तांतरित की गई है। उन्होंने बताया कि कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा प्राकृतिक खेती, दलहनी-तिलहनी फसलों के विस्तार, फसल विविधीकरण तथा कई नवाचारों पर विशेष जोर दिया जा रहा है।
कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केन्द्र की डाॅ. शिल्पा कौशिक, डाॅ. अमित शुक्ला, श्री जयंत साहू, डाॅ. एकता ताम्रकार, इंजी. पंकज मिंज, श्रीमती हेमकांति बंजारे, डाॅ. चंचला रानी पटेल, श्रीमती सुशीला ओहदार, डाॅ. स्वाति शमा, श्री संतोष वर्मा, श्री इंद्रराम पटेल एवं श्री राजू कश्यप सहित बड़ी संख्या में किसान व केंद्र के छात्र उपस्थित रहे।


