खराब चावल वितरण पर जनआक्रोश: ‘वन नेशन–वन राशन कार्ड’ योजना को झटका
तिल्दा-नेवरा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना ‘वन नेशन–वन राशन कार्ड’ (ONORC) का मुख्य उद्देश्य देश के हर राशन कार्डधारक को निवास स्थान की बाध्यता के बिना, आधार प्रमाणीकरण के ज़रिए किसी भी उचित मूल्य की दुकान से राशन प्राप्त करने की सुविधा देना है। यह योजना राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA) के तहत अंत्योदय एवं प्राथमिकता परिवारों को लाभ पहुँचाकर खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करती है। इसका मर्म पारदर्शिता लाना और सही हितग्राही तक सामग्री की पहुँच बनाना है।
⚠️ योजना के उद्देश्यों पर स्थानीय लापरवाही का साया
लेकिन तिल्दा-नेवरा क्षेत्र में, शासकीय उचित मूल्य की राशन दुकानों की घोर लापरवाही ने इस महत्वपूर्ण योजना की विश्वसनीयता पर प्रश्नचिह्न लगा दिया है। एक बार फिर यह उजागर हुआ है कि स्थानीय स्तर पर योजना के उद्देश्यों को दरकिनार किया जा रहा है।

सबसे गंभीर शिकायत वितरित किए जा रहे चावल की गुणवत्ता को लेकर है। कई लाभार्थियों ने शिकायत की है कि दुकान संचालक उन्हें अत्यंत घटिया, कीड़ों वाला और गंदगी मिला हुआ चावल बांट रहे हैं। प्राप्त तस्वीरों में चावल में काले कीड़े और स्पष्ट गंदगी साफ देखी जा सकती है। उपभोक्ताओं का कहना है कि यह चावल खाने योग्य भी नहीं है, जो खाद्य सुरक्षा अधिनियम के प्रावधानों का सीधा-सीधा और गंभीर उल्लंघन है।
‘वन नेशन–वन राशन कार्ड’ नियम का उल्लंघन
चावल की गुणवत्ता के साथ-साथ, स्थानीय दुकानों द्वारा ‘वन नेशन–वन राशन कार्ड’ के नियमों को भी ताक पर रखा जा रहा है। योजना स्पष्ट रूप से किसी भी दुकान से राशन उठाने की छूट देती है, फिर भी लाभार्थियों को यह कहकर राशन देने से मना किया जा रहा है कि “सूची में जिनका नाम है, केवल उन्हें ही दिया जाएगा।” यह व्यवहार ONORC के मूल सिद्धांत ‘राशन की पोर्टेबिलिटी’ के विरुद्ध है और हितग्राहियों को उनके कानूनी अधिकार से वंचित कर रहा है।
तत्काल कार्रवाई की मांग
स्थानीय जनता में इस लापरवाही और मिलावटी वितरण के खिलाफ गहरा आक्रोश है। उपभोक्ताओं ने जिला खाद्य विभाग से तत्काल जांच करने और दोषी दुकान संचालक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि यदि सरकारी योजनाओं के तहत इस प्रकार घटिया सामग्री का वितरण जारी रहा, तो पूरी प्रणाली से जनता का विश्वास उठ जाएगा।
मांग स्पष्ट है: दोषी संचालक के विरुद्ध त्वरित कार्रवाई हो और सभी हितग्राहियों को तत्काल प्रभाव से स्वच्छ एवं गुणवत्तापूर्ण चावल उपलब्ध कराया जाए, ताकि ‘वन नेशन–वन राशन कार्ड’ जैसी जनकल्याणकारी योजना का उद्देश्य सही मायनों में पूरा हो सके।


