शीतलहर का व्यापक प्रकोप: NDMA और IMD ने जारी की एडवाइजरी; हाइपोथर्मिया से बचाव पर ज़ोर
बिलासपुर (छत्तीसगढ़), 26 नवम्बर 2025
उत्तर और मध्य भारत में बर्फीली हवाओं के चलते तापमान में आई भारी गिरावट, प्रशासन को तैयारियों के निर्देश।
बिलासपुर। उत्तर भारत से मध्य भारत तक तेजी से बढ़ती शीतलहर (Cold Wave) के मद्देनजर, राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) नई दिल्ली और भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने आम नागरिकों के लिए एक महत्वपूर्ण एडवाइजरी जारी की है, जिसमें व्यापक सतर्कता बरतने की अपील की गई है। राज्य में तापमान में अचानक गिरावट और बर्फीली हवाओं के कारण ठंड का असर गहरा हो गया है, जिससे विशेष रूप से बच्चों, बुजुर्गों और बीमार व्यक्तियों के लिए गंभीर स्वास्थ्य जोखिम पैदा हो गया है।
स्वास्थ्य जोखिम और बचाव के निर्देश
राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने विभिन्न विभागों को बचाव और जागरूकता के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं। एडवाइजरी के अनुसार, आम जनता को शीतलहर के दौरान अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलने की सख्त सलाह दी गई है। बचाव के लिए गर्म कपड़ों की कई परतें पहनने, शरीर को गर्म तरल पदार्थ देते रहने और सिर, कान, हाथ, पैर को अच्छी तरह से ढंकने पर जोर दिया गया है।

हाइपोथर्मिया और फ्रॉस्टबाइट की चेतावनी
जारी एडवाइजरी में हाइपोथर्मिया (Hypothermia) और फ्रॉस्टबाइट (Frostbite) जैसे जानलेवा खतरों के प्रति आगाह किया गया है। यदि किसी व्यक्ति में अत्यधिक कंपकंपी, उंगलियों में पीलापन/सफेदपन, सुन्नता, बोलने में कठिनाई या सांस लेने में भारीपन जैसे संकेत दिखें, तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लेने के निर्देश दिए गए हैं। ये लक्षण शरीर के तापमान में खतरनाक गिरावट (हाइपोथर्मिया) को दर्शा सकते हैं।
तत्काल सहायता: हाइपोथर्मिया होने पर व्यक्ति को तुरंत गर्म स्थान पर लिटाकर कंबल या गर्म कपड़ों से ढंकने और तत्काल स्वास्थ्य केंद्र ले जाने का निर्देश दिया गया है।
कार्बन मोनोऑक्साइड से बचाव की अपील
NDMA ने एक गंभीर चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि ठंड से बचने के लिए बंद कमरे में कोयला, अंगीठी या हीटर का इस्तेमाल घातक हो सकता है। इससे निकलने वाली कार्बन मोनोऑक्साइड गैस जानलेवा साबित होती है। लोगों को सलाह दी गई है कि आग जलाते समय कमरे में उचित हवादार (वेंटिलेशन) का प्रबंध अवश्य रखें।
प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं कि वे स्वास्थ्य सेवाओं को अलर्ट पर रखें और बच्चों व बुजुर्गों की विशेष देखभाल सुनिश्चित करें। नागरिकों से आग्रह किया गया है कि वे मौसम की जानकारी पर ध्यान दें और किसी भी स्वास्थ्य समस्या पर तुरंत निकटतम स्वास्थ्य केंद्र पहुंचें।


