बिलासपुर में कांग्रेस का ‘रण’: जनता के मुद्दों पर सड़क पर संग्राम
बिलासपुर में कांग्रेस पार्टी ने राज्य सरकार के खिलाफ जोरदार ‘हल्ला बोल’ प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं का यह प्रदर्शन मुख्य रूप से जर्जर सड़कों, बिजली के भारी बिलों और धान खरीदी की लचर व्यवस्था जैसे गंभीर जन-मुद्दों को लेकर था।

पुलिस से झड़प और बैरिकेड तोड़ना
नेताओं और कार्यकर्ताओं ने भारी संख्या में एकत्रित होकर अपना आक्रोश व्यक्त किया। प्रदर्शन इतना उग्र हो गया कि पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच जबरदस्त झड़प हुई। आक्रोशित भीड़ ने सुरक्षा के लिए लगाए गए बैरिकेड्स को तोड़ दिया, जिससे स्थिति तनावपूर्ण हो गई।

वाटर कैनन भी बेअसर
भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को वाटर कैनन (पानी की तेज बौछारें) का इस्तेमाल करना पड़ा, लेकिन कार्यकर्ताओं का जोश और संकल्प इतना मजबूत था कि पानी की तेज धारें भी उन्हें पीछे हटाने में विफल रहीं।

जनता की आवाज़ बुलंद
कांग्रेस ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार जनहित के मुद्दों पर पूरी तरह विफल रही है। उनके मुख्य निशाने पर ये मुद्दे थे:
खराब सड़कें: शहर की बदहाल और गड्ढों से भरी सड़कों को लेकर जनता में भारी गुस्सा है।
बिजली बिलों में वृद्धि: भारी-भरकम बिजली बिलों ने आम आदमी की कमर तोड़ दी है।
धान खरीदी में अव्यवस्था: किसानों को धान बेचने में हो रही परेशानी और सरकारी खरीद केंद्रों पर लचर प्रबंधन।
इस शक्ति प्रदर्शन के माध्यम से कांग्रेस ने न सिर्फ अपनी एकजुटता दिखाई, बल्कि सरकार को चेताया कि यदि इन समस्याओं का जल्द समाधान नहीं हुआ तो यह आंदोलन और भी तेज होगा। यह घटना बिलासपुर के राजनीतिक पारे को बढ़ाने वाली साबित हुई है।


