
लोकतंत्र की हत्या के खिलाफ हुंकार” घरघोड़ा थाने का कांग्रेसियों ने किया ऐतिहासिक घेराव, पुलिस प्रशासन पर बरसे नेताओं के तीखे तीर…

घरघोड़ा।रायगढ़ जिले का घरघोड़ा आज एक राजनीतिक ज्वालामुखी का गवाह बना, जब कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं ने युवा कांग्रेस के बैनर तले घरघोड़ा थाने का अभूतपूर्व घेराव कर सत्ताधारी ताकतों और पुलिस प्रशासन पर लोकतंत्र की हत्या का आरोप जड़ दिया।

नगर पंचायत उपाध्यक्ष श्री अमित त्रिपाठी पर दर्ज फर्जी मुकदमे और लोढाझर निवासी युवक पर हुए जानलेवा हमले की अनदेखी से आक्रोशित कांग्रेसियों ने थाने के बाहर जमकर प्रदर्शन किया और पुलिस की कार्यप्रणाली को सरेआम ललकारा।

जय स्तंभ चौक पर भिड़ंत, कांग्रेस ने फूंका राजनीतिक बिगुल : कारगिल चौक से शुरू हुई रैली जब जय स्तंभ चौक पहुंची, तो वहां पहले से तैनात पुलिस बल से तीखी नोकझोंक हुई। बेरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश, नारेबाजी और झूमा-झटकी के बीच कांग्रेसियों ने प्रशासन को खुली चेतावनी दी कि अगर जनविरोधी रवैया बंद नहीं हुआ, तो आंदोलन और उग्र होगा।
प्रशासन की चुप्पी पर कांग्रेस का हमला — “घरघोड़ा थाना बना सत्ता का एजेंट” : घेराव के दौरान मंच से गरजे कांग्रेस नेता –
जिला अध्यक्ष नागेंद्र नेगी बोले, “पुलिस सत्ता के इशारे पर नाच रही है। आज न्याय की मांग करने वालों को ही फंसाया जा रहा है।

प्रदेश महासचिव राकेश पांडे का तीखा प्रहार, “घरघोड़ा थाना अब भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया है, यहां जनता नहीं, जुर्म का बोलबाला है।
अनिल अग्रवाल ‘चीकू’, यतीश गांधी, किरोड़ी तायल और सुरेंद्र चौधरी सहित कई नेताओं ने मंच से एक स्वर में प्रशासन की कार्यशैली को लोकतंत्र पर धब्बा बताया।
उस्मान बेग की अगुवाई में उभरी नई लहर “सड़क पर उतरा जनसैलाब” : युवा कांग्रेस नेता उस्मान बेग की ऊर्जावान अगुवाई ने प्रदर्शन को और धार दी। उनके जोशीले भाषणों और नारों ने कार्यकर्ताओं में नई चेतना भर दी —
लोढाझर के पीड़ित को न्याय दो! लोकतंत्र की हत्या बंद करो!जनता की आवाज़ में जैसे आज न्याय की ज्वाला जल रही थी।
ज्ञापन में छह प्रमुख मांगें, कार्रवाई ना होने पर एसपी कार्यालय का घेराव तय : प्रदर्शन के अंत में एडिशनल एसपी व एसडीएम को सौंपे गए ज्ञापन में कांग्रेस ने छह अहम मांगें रखीं:
अमित त्रिपाठी पर दर्ज फर्जी केस की निष्पक्ष जांच व निरस्तीकरण
पुलिसिया उत्पीड़न पर रोक
खनिज तस्करी पर ठोस कार्रवाई
वसूली में लिप्त थाना प्रभारी पर FIR
लोढाझर हमले में पीड़ित को न्याय
कार्रवाई ना होने पर एक माह बाद एसपी कार्यालय का घेराव
कांग्रेस ने प्रशासन को स्पष्ट चेतावनी दी कि यदि मांगे नहीं मानी गईं, तो आंदोलन की अगली लहर रायगढ़ जिला मुख्यालय को घेरने निकलेगी।
प्रशासन की चुप्पी और जनता का आक्रोश — आने वाले दिनों में गरमाएगा सियासी माहौल
घटनास्थल पर मौजूद एडिशनल एसपी और एसडीओपी ने स्थिति पर निगरानी तो रखी, लेकिन अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी गई। पुलिस की खामोशी ने आक्रोश को और भड़का दिया है।
इस प्रदर्शन ने यह स्पष्ट कर दिया कि कांग्रेस अब मूकदर्शक नहीं, बल्कि सड़क पर उतरकर संघर्ष करने वाली ताकत बनकर उभरी है।
घरघोड़ा थाने का यह घेराव केवल विरोध नहीं, राजनीतिक बदलाव की दस्तक है।
सियासी संदेश साफ है -अब “अन्याय” नहीं चलेगा, “जनता की अदालत” चलेगी। यह आंदोलन कांग्रेस की नई रणनीति और क्षेत्रीय नेतृत्व की बढ़ती पैठ का प्रतीक बन गया है। उस्मान बेग और उनकी टीम की सक्रियता ने पार्टी के अंदर और बाहर एक नया संदेश दिया है — “हम झुकेंगे नहीं, रुकेंगे नहीं।”
रायगढ़ में अब संघर्ष के नए अध्याय की शुरुआत हो चुकी है। क्या प्रशासन जागेगा, या फिर यह चेतावनी भी सियासी बहरेपन में गुम हो जाएगी?