
रिपोर्टर — सुरज पुरेना
बिलासपुर / मानसून के आगमन के साथ ही छत्तीसगढ़ का बस्तर जिला हरियाली, झरनों और जंगलों की अद्भुत छटा के साथ पर्यटकों को आकर्षित कर रहा है। इसी प्राकृतिक सौंदर्य को पर्यटन से जोड़ने के उद्देश्य से जिला प्रशासन ने इस वर्ष पहली बार “मानसून ट्रैक थीम” पर विशेष कार्यक्रम की शुरुआत की है।

इस कार्यक्रम के अंतर्गत जुलाई से मानसून समाप्ति तक बस्तर के प्रमुख जलप्रपातों व प्राकृतिक स्थलों पर ट्रैकिंग गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। इसमें चित्रकोट, तीरथगढ़, तामड़ाघूमर, मेंदरीघूमर, बीजाकसा, मिचनार, मड़वा वाटरफॉल, कैलाश गुफा और कांगेर घाटी जैसे दर्शनीय स्थलों को शामिल किया गया है।

ट्रैकिंग रूट को स्थानीय गाइडों के सहयोग से तय किया गया है, जिससे पर्यटकों को जंगल, झील, नदी व झरनों के बीच रोमांचक अनुभव मिल सके। उदाहरण के लिए – चित्रकोट रिसॉर्ट से करबहार तक 2 किमी बोटिंग और ट्रैकिंग करवाई जाएगी, वहीं मेंदरीघूमर से इंद्रावती नदी (3 किमी) और तामड़ाघूमर तक (7 किमी) ट्रैक में रिवर क्रॉसिंग, बर्ड वॉचिंग, स्विमिंग और ट्रायबल फूड का आनंद भी मिलेगा।

इसके अलावा बीजाकसा से मेंदरी (8 किमी), मिचनार हिल्स, कैलाश झील, तीरथगढ़ से रानीदरहा (3 किमी), और मालकेव ट्रैक में भी ट्रैकिंग व जंगल भ्रमण की व्यवस्था की गई है।
पर्यटकों की सुविधा हेतु विशाखापट्टनम से प्रतिदिन रेल सेवा और हैदराबाद व दिल्ली से विमान सेवा उपलब्ध है। साथ ही, जगदलपुर सड़क मार्ग से रायपुर, बिलासपुर, अंबिकापुर व अन्य शहरों से जुड़ा है।
जिला प्रशासन और “अन एक्सप्लोर्ड बस्तर” के संयुक्त तत्वावधान में संचालित इस मानसून ट्रैक योजना से बस्तर में पर्यटन को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है। जानकारी हेतु 9109188567 और 8962991988 पर संपर्क किया जा सकता है।