
रिपोर्टर — सुरज पुरेना
बिलासपुर / लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री और उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने रायपुर में आयोजित दो दिवसीय क्षमता निर्माण कार्यक्रम का उद्घाटन किया। यह आयोजन भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) द्वारा पीएचई विभाग के अभियंताओं के लिए किया गया है। कार्यक्रम में देशभर से आए विशेषज्ञ जल प्रदाय योजनाओं में उपयोग की जा रही सामग्री और कार्यप्रणाली के नवीनतम मानकों की जानकारी दे रहे हैं।

श्री साव ने कहा कि तेजी से बदलती तकनीकी दुनिया में इंजीनियरों को अद्यतन रहना जरूरी है। गुणवत्ता पूर्ण कार्य के लिए सम-सामयिक मानकों और नवाचारों की जानकारी अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि पीएचई विभाग के कार्य सीधे जनकल्याण से जुड़े होते हैं, इसलिए मानकों का पालन और तकनीकी दक्षता अत्यंत आवश्यक है।

इस कार्यक्रम में प्रदेशभर से 120 से अधिक अभियंता भाग ले रहे हैं, जिनमें मुख्य अभियंता, अधीक्षण अभियंता, कार्यपालन अभियंता और सहायक अभियंता शामिल हैं। कार्यक्रम के दौरान जल आपूर्ति, जल शोधन, अपशिष्ट जल प्रबंधन, पाइप और पंपिंग प्रणालियों, वर्षा जल संचयन और स्वच्छता संरचनाओं से संबंधित बीआईएस मानकों की जानकारी दी जा रही है।
कार्यक्रम में जल जीवन मिशन के संचालक श्री जितेन्द्र शुक्ला, विभागीय सचिव श्री मोहम्मद कैसर अब्दुलहक, प्रमुख अभियंता श्री टी.डी. सांडिल्य और बीआईएस के क्षेत्रीय निदेशक श्री एस.के. गुप्ता ने भी संबोधन दिया।
बीआईएस के विशेषज्ञ श्री फालेन्द्र कुमार, राजेश कुमार दास, देवेन्द्र सिंह धपोला, आर.पी. देवांगन, डॉ. एन. मुरली मोहन और डॉ. मयूर जे. कपाड़िया मानकों पर तकनीकी सत्र ले रहे हैं। कार्यक्रम 22 जुलाई तक चलेगा।