
रिपोर्टर — सुरज पुरेना
Bilaspur news / पचपेड़ी ग्राम पंचायत जैतपुरी के आश्रित ग्राम सेमराडीह में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत निर्मित एक मकान को सरपंच द्वारा राजनीतिक और व्यक्तिगत द्वेष के चलते तोड़े जाने का गंभीर मामला सामने आया है। पीड़ित लखन लाल केंवट (उम्र 45 वर्ष) ने बताया कि वह भूमिहीन है और उसके पास रहने के लिए कोई वैकल्पिक भूमि या मकान नहीं है।
लखन केंवट गरीबी झोपड़ी में कर रहा गुजारा
पीड़ित के अनुसार, पूर्व सरपंच के कार्यकाल में ग्राम पंचायत प्रस्ताव के तहत उसे शासकीय भूमि (खसरा नंबर-109, रकबा 0.02) पर आवास निर्माण हेतु भूमि आवंटित की गई थी। प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत मंजूर राशि और स्वयं की मेहनत से उसने उक्त भूमि पर मकान का निर्माण कराया था, जिसमें वह पिछले तीन वर्षों से अपने परिवार सहित निवासरत था।

दिनांक 20 जून 2025 की शाम को, जब परिवार मकान में मौजूद नहीं था, तब सरपंच दिलहरण पटेल द्वारा कुछ लोगों के साथ मिलकर आवास को जबरन तोड़ दिया गया। पीड़ित का आरोप है कि इस कार्य में स्थानीय कोटवार, पटवारी और थाना स्टाफ की भूमिका भी संदिग्ध है। मकान तोड़े जाने के बाद से पीड़ित परिवार खुले आसमान के नीचे जीवन व्यतीत कर रहा है और बरसात के मौसम में बच्चों के साथ बेहद कठिन परिस्थितियों का सामना कर रहा है।
लखन केंवट ने पहले भी 4 जून और 2 जुलाई को उच्चाधिकारियों को आवेदन देकर अपनी पीड़ा से अवगत कराया था, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्यवाही नहीं हुई है। पीड़ित ने मांग की है कि उसे दोबारा उसी भूमि पर मकान निर्माण की अनुमति दी जाए और प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत पुनर्वास स्वरूप 2 लाख रुपये की सहायता प्रदान की जाए।
लखन ने प्रशासन से मांग की है कि जल्द जांच की जाए एवं दोषियों पर कड़ी कार्यवाही की जाए ।