
रिपोर्टर — सुरज पुरेना
Bilaspur news / बिलासपुर ,अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय, कोनी बिलासपुर में लंबे समय से सेवाएं दे रहे सुरक्षा एवं सफाई कर्मियों को अचानक नौकरी से हटाए जाने का मामला सामने आया है। कर्मचारियों का आरोप है कि नई ठेका कंपनी को काम सौंपने के नाम पर उन्हें छलपूर्वक सेवा से बाहर कर दिया गया।

विश्वविद्यालय में पिछले कई वर्षों से सुरक्षा एवं हाउसकीपिंग कार्य कर रहे लगभग 30-35 सुरक्षाकर्मी और 14-15 सफाई कर्मचारी बताते हैं कि वे ईमानदारी और निष्ठा से अपनी सेवाएं दे रहे थे। लेकिन नई कंपनी के आने से उन्हें हटा कर कथित रूप से पैसे लेकर नए लोगों की भर्ती की जा रही है। आर्थिक रूप से कमजोर होने के कारण वे इस प्रक्रिया में शामिल नहीं हो पा रहे हैं।

कर्मचारियों का आरोप है कि विश्वविद्यालय प्रबंधन, विशेषकर कुलपति, प्रभारी कुलसचिव और उनके नजदीकी कर्मचारी, इस पूरी प्रक्रिया में संलिप्त हैं। कई कर्मचारियों का कहना है कि महिला दिवस पर सम्मान और फोटो खिंचवाने का दिखावा किया जाता है, लेकिन उन्हीं महिलाओं को बाद में अपमानित कर नौकरी से निकाल दिया जाता है।
कर्मचारियों ने विश्वविद्यालय प्रशासन और शासन से मांग की है कि वर्तमान में कार्यरत सभी कुशल एवं अनुभवी कर्मचारियों को नई ठेका कंपनी में प्राथमिकता दी जाए, ताकि उनकी आजीविका पर संकट न आए। साथ ही, भर्ती और भुगतान की प्रक्रिया को पारदर्शी रखा जाए तथा कई वर्षों से कार्यरत दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों को पदोन्नति देकर वर्तमान समय और महंगाई के अनुरूप पारिश्रमिक प्रदान किया जाए।
कर्मचारियों का कहना है कि यदि उन्हें काम पर वापस नहीं रखा गया तो वे अपने परिवार का पालन-पोषण नहीं कर पाएंगे और सड़क पर आ जाएंगे। इस संबंध में उन्होंने शीघ्र कार्यवाही की मांग करते हुए चेतावनी दी है कि आवश्यकता पड़ने पर वे आंदोलन का रास्ता अपनाएंगे।