
रिपोर्टर —- सुरज पुरेना
बिलासपुर न्यूज / खूंटाघाट जलाशय के गेट 3 अगस्त को खोले जाएंगे। इस दौरान बाईं तट मुख्य नहर से 100 क्यूसेक और दाईं तट मुख्य नहर से 50 क्यूसेक पानी छोड़ा जाएगा। इससे जिले में खरीफ सीजन की फसलों की सिंचाई में तेजी आएगी।
कलेक्टर संजय अग्रवाल की अध्यक्षता में जिला कार्यालय के मंथन सभाकक्ष में शुक्रवार को जिला जल उपयोगिता समिति की बैठक हुई। बैठक में सिंचाई जलाशयों में जल उपलब्धता, खाद-बीज की स्थिति और फसलों की ताजा हालत की समीक्षा की गई।

बैठक में जल संसाधन विभाग के कार्यपालन अभियंता मधुचंद्रा ने बताया कि वृहद योजना खारंग जलाशय में 106.76% और अरपा भैंसाझार में 20.06% जलभराव है। मध्यम परियोजनाओं में घोंघा जलाशय 101.89% भरा है। लघु जलाशयों में खारंग संसाधन के 50 जलाशयों में 81.63%, जल संसाधन संभाग कोटा के 36 जलाशयों में 91.33% और संभाग पेण्ड्रा के 17 जलाशयों में 83.87% जल भराव है।

खरीफ मौसम में जिले में 1,25,181 हेक्टेयर रकबे में सिंचाई का लक्ष्य रखा गया है। कलेक्टर ने किसानों और ग्रामीणों को जल संरक्षण के लिए जागरूक करने के निर्देश दिए। उन्होंने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में किसानों की भागीदारी सुनिश्चित करने पर भी जोर दिया।
कलेक्टर ने कहा कि जलाशयों और बांधों में वर्तमान में पर्याप्त जलभराव होने से बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंच रहे हैं, इसलिए उनकी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं। साथ ही खाद-बीज के भंडारण एवं वितरण व्यवस्था पर भी सतर्क निगरानी रखने को कहा।
बैठक में सांसद प्रतिनिधि राजकुमार सिंह, विधायक प्रतिनिधि संतोष दुबे, अरपा भैंसाझार के कार्यपालन अभियंता डी. जायसवाल, कृषि उप संचालक पी.डी. हथेश्वर, सिंचाई विभाग के सभी एसडीओ एवं सब इंजीनियर मौजूद रहे।