
रिपोर्टर — सुरज पुरेना
Bilaspur news / बिलासपुर। हाईकोर्ट की फटकार और कलेक्टर व मुख्यमंत्री की चेतावनी के बाद भी सरकारी विभाग के अफसरों में अपेक्षित जागरूकता नजर नहीं आ रही है। वहीं दूसरी ओर मां अंजना गौ सेवा समिति के सदस्य स्वयं सड़क पर उतरकर गौ वंश की रक्षा में जुटे हुए हैं। समिति के सदस्य अपनी सामर्थ्य अनुसार गौ सेवा कर समाज के सामने अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत कर रहे हैं।
समिति के ये “गौ सैनिक” अपने घर-परिवार और निजी कार्य छोड़कर सड़कों पर उतर आए हैं। वे न केवल आवारा गौ माताओं को सुरक्षित स्थान पर पहुंचा रहे हैं, बल्कि राहगीरों और वाहन चालकों से भी सावधानी बरतने की अपील कर रहे हैं। हाईवे पर बढ़ते हादसों को देखते हुए वे स्वयं तेज रफ्तार वाहनों को रोककर चालकों से निवेदन कर रहे हैं कि कृपया धीरे गाड़ी चलाएं, क्योंकि सड़क पर गौ वंश का बसेरा है।

हाल ही में नेशनल हाईवे पर हुए अलग-अलग हादसों में लगभग 50 गौ माताओं की दर्दनाक मौत हो चुकी है। तेज रफ्तार वाहन, सड़क किनारे या बीच में बैठे गायों को कुचलते हुए निकल जाते हैं, जिससे न केवल गौ वंश बल्कि वाहन चालकों की भी जान पर खतरा मंडराता है।
मां अंजना गौ सेवा समिति का कहना है कि हिंदू धर्म में पूजनीय गौ माता आज भी सड़क पर “आवारा” कहलाने को मजबूर हैं। समिति चाहती है कि प्रशासन तत्काल ठोस कदम उठाए और गौ वंश को सुरक्षित करने के लिए स्थायी व्यवस्था बनाए। साथ ही आमजन और वाहन चालकों से भी आग्रह है कि वे सड़क पर चलते समय विशेष सतर्कता बरतें, ताकि किसी निर्दोष प्राणी की जान हादसे में न जाए।