
रिपोर्टर — सुरज पुरेना
जांजगीर न्यूज़ / छत्तीसगढ़ की राजनीति एक बार फिर विवादों में घिर गई है। जांजगीर जिले की एक महिला कांग्रेस विधायक का कथित ऑडियो वायरल हो रहा है, जिसने प्रदेश में भूचाल ला दिया है। ऑडियो में विधायक किसी रौशन नामक युवक से बातचीत करते सुनी जा रही हैं। इसमें वह साफ कहती सुनाई दे रही हैं कि—“कलेक्टर साहब 2 लाख मांग रहे हैं, हर माह देना होगा। 10 लाख का इंतजाम करके रखना, जिसमें 5 मेरा, 2 कलेक्टर, 2 एसडीएम और 1 किसी राघवेंद्र का हिस्सा रहेगा।”
वायरल क्लिप में विधायक यह भी कह रही हैं कि अगर पैसा नहीं दिया गया तो रेत का कारोबार नहीं चल पाएगा। वहीं रौशन नामक युवक उन्हें जवाब देता है कि वह पहले संबंधित लोगों से मिलकर “मैनेजमेंट” समझ ले। यही बातचीत अब पूरे प्रदेश की राजनीति में तूफान बन चुकी है।
कांग्रेस सरकार की छवि पर गहरा धब्बा लगने के बावजूद पार्टी ने अपने विधायक को क्लीनचिट दे दी है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि यह उनके विधायक को बदनाम करने की “साजिश” है। जबकि विपक्ष इसे नेताओ-अफसरों और बिचौलियों के गहरे सिंडिकेट का पर्दाफाश बता रहा है।
रेत का अवैध कारोबार छत्तीसगढ़ में हमेशा से सत्ता के लिए मलाईदार धंधा रहा है। भाजपा शासनकाल से लेकर कांग्रेस सरकार तक, रेत की लूट में नेताओं, अफसरों और पुलिस की कथित हिस्सेदारी लगातार चर्चा में रही है। यही वजह है कि आम आदमी को रेत महंगे दामों पर ही मिलती है।
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि ऑडियो में विधायक खुद राजकिशोर नगर स्थित अपने घर और डब्बू, वैभव, रौशन व राघवेंद्र जैसे नामों का जिक्र करती हैं। अब सवाल यह है कि क्या जांच एजेंसियां इन नामों की तहकीकात करेंगी या फिर हमेशा की तरह मामला “दब” जाएगा।
सरकार पर बड़ा सवाल यही है — क्या यह कार्रवाई करेगी या ‘दाग अच्छे हैं’ कहकर सब कुछ रफा-दफा?