
BHARTENDU KAUSHIK (REPORTER)
बिलासपुर / आपको बतादे कि पूरा मामला बिलासपुर के मस्तूरी थाना क्षेत्र का है,जहा रहने वाली महिला कृष्णा सोनवानी पति कोमल सोनवारी उम्र 45 साल ग्राम नवागांव ने बिलासपुर पुलिस कप्तान को लिखीत शिकायत दी है, जिस पर उन्होंने बताया कि मेरी बेटी किरण से शादी के कुछ समय बाद मोबाईल से फोन कर बात करती थी किरण शादी के बाद से निराश रहती थी अच्छा से बात नहीं करती थी,
करीबन शादी के 3 से 4 माह जब किरण से बात हुई तो बतायी कि यहां ससुराल में मुझे मेरी पति सुरेन्द्र एव ससुराल वाले ठीक से व्यवहार नहीं करते हैं, बोल रहे थे कि तुम्हारा पिताजी नौकरी करता है फिर भी बरातीयों के लिए खाना पिना का अच्छा व्यवास्था नहीं रखे थे दहेज में दिये सभी सामान टिना टप्पर है कोई भी सामान ब्रांडेड नहीं है मेरी सास बृजबाई बोल रही थी कि तुम्हारे जगह किसी और से शादी करते तो हमारे परिवार का जो स्टेट है उसके हिसाब से मेरे बेटे को कार चार पहिया टिकावन में मिलता दहेज तो ठीक से मिला नहीं बरातीयो को. तो अच्छा से खाना खिलाये होते कहकर ताना मार रही थी बतायी है ।
तब मैं अपनी बेटी किरण को समझाई हु कि बेटी उनके घर में सब लोग नौकरी में है दामाद सुरेन्द्र के भाई लोग पुलिस में है उनके में दहेज ज्यादा आया होगा तो बोल रहे होंगे कुछ दिन में ठीक हो जायेगा बाल बच्चा होने पर ताना नहीं मारेंगें सहकर चलो ससुराल वाले है बोलकर समझाईय हु मेरी बेटी रोते हुए मैं नहीं सह पाऊंगी बोल रही। थी,


कुछ दिन बाद मैं अपनी लड़की किरण को काल की हो जो काल रिसव नहीं कि बार बार फोन लगाने पर भी फोन नहीं उठाई बातचीत नहीं हो पाया था कि रक्षाबंधन के समय काल कि बात हुआ तो रोते रोते बतायी कि मुझे मायके घर नहीं जाने देंगे बोलते है और तुम अपने मां पिता बहन भाई को काल मत किया करो उनसे बात मत किया करो बोले और आपको काल करने से मना किये थे आज कोई समय छुपकर बात कर रही हु ज्यादा बात नहीं हो पायेगी,
मुझे मेरे पति सुरेन्द्र डहरिया तथा मेरी सास ससुर मानसिंग छोटी छोटी बातों को लेकर गालियां देते हुए बोलते है कि तुमको काम करना नहीं आता तुम्हारे घर में तेरे मां बाप घरेलु काम करना नहीं सिखाये है, मेरी सास बोल रही थी न दुध की न मुत की न इसके घर में बरातियों को न ढंग से खाना खिलाये है न हीं अच्छा सा सामान दहेज में दिये है ऊपर से इसको काम भी नहीं करना आता पुरा चुतिया बनकर इसको शादी किये है बोली तथा मेरी पति सुरेन्द्र मुझे गाली गलौच कर काम करना नहीं आता कहकर की झूठी बात बनाये है मेरे बेटी को जान से मार दिये है उसके बाद उसे फांसी में लगाने का बहाना कर अस्पताल लाये है
उनके संसुराल में मेरी बेटी के जेठ पुलिस में तथा डाक्टर है जो हत्या को छुपाकर फांसी बताने की आशय से घर से अस्पताल ले आये है मेरी बेटी किरण को मेरे दामाद सुरेन्द्र डहरिया तथा उनके सास बृजबाई डहरिया, ससुर मानसिंग डहरिया, जेठ अरविंद डहरिया व भानू डहरिया लोग दहेज कम दिये हो कहकर लगातार प्रताड़ित किये है और मेरे घर आने से मना किये है तथा छोटी छोटी बात को लेकर मारपीट किये है जिससे मेरी बेटी किरण मानसिक एवं शारिरीक रूप से प्रताड़ित रहती थी
मेरे से बात करने भी नहीं देते थे दिनांक 26/11/2024 को मेरे दामाद एवं उनके घर लोग मिलकर मेरी बेटी को मारपीट कर जान से मार दिये है हत्या कर दिये है हत्या कर फांसी बताने अस्पताल लाये है। मुझ आवेदिको को इंसाफ दिलाने के लिए उसके ससुराल के खिलाफ एफ.आई.आर. दर्ज करे ताकि मेरी लडकी की आत्मा को शांति मिल सके मीडियाकर्मियों से बात के दौरान उन्होने ऑफ रिकॉर्डेड यह बताया कि हम लोग हर रोज एफआईआर दर्ज कराने थाना जाते है,पर पुलीस वालो के द्वारा पोस्टमार्टम रिर्पोट नही आने की बात कही जाती है।