
रिपोर्टर — सुरज पुरेना
मंडला ज़िले के करहीकछार और सोढाखुर्द रेत घाटों में ठेकेदारों द्वारा पूरी तरह से नियमों की अनदेखी की जा रही है। जिन घाटों को मैनुअल श्रेणी में स्वीकृति दी गई थी, वहां पर बड़े पैमाने पर पोकलेन जैसी भारी मशीनों से अवैध उत्खनन किया जा रहा है। नियमानुसार इन घाटों में केवल श्रमिकों द्वारा हाथ से रेत उत्खनन और ट्रैक्टर-ट्रॉली के माध्यम से परिवहन की अनुमति है, लेकिन इसके उलट हाईवा जैसे भारी वाहनों से सीधे घाटों में प्रवेश कर मशीनों द्वारा रेत लादी जा रही है।

इस अवैध गतिविधि से प्रतिदिन 2 से 3 लाख रुपए तक के राजस्व की हानि शासन को हो रही है। पर्यावरणीय स्वीकृति की शर्तों का भी स्पष्ट रूप से उल्लंघन हो रहा है, जिससे न केवल प्रशासन की साख पर सवाल उठ रहा है, बल्कि ग्रामीणों का भरोसा भी डगमगाने लगा है।
ग्रामीणों का स्पष्ट कहना है कि इन अवैध गतिविधियों पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाई जाए और करहीकछार व सोढाखुर्द घाटों को बंद कर कड़ी कार्यवाही की जाए, ताकि भविष्य में नियमों का उल्लंघन करने वालों के लिए एक मिसाल पेश की जा सके। ग्रामीणों की यह भी मांग है कि शासन-प्रशासन पारदर्शिता बरते और दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो।