
रिपोर्टर — सुरज पुरेना
बिलासपुर / मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में आयोजित सुशासन तिहार आम जनता के लिए राहत का माध्यम बनता जा रहा है। 8 अप्रैल से 31 मई तक चले इस प्रदेशव्यापी अभियान ने आम नागरिकों की समस्याओं का त्वरित समाधान सुनिश्चित किया। इसी कड़ी में कोटा ब्लॉक के ग्राम कुरदर की निवासी श्रीमती चित्ररेखा को उनके पति के जीवन बीमा की राशि दिलाने में तिहार शिविर निर्णायक साबित हुआ।
श्रीमती चित्ररेखा ने सुशासन तिहार शिविर में कोटा जनपद पंचायत के सीईओ से शिकायत की थी कि उनके पति मानसिंह की मृत्यु के बाद उन्हें जीवन बीमा की राशि नहीं मिल रही है। उन्होंने बताया कि उनके पति का खाता छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक, बेलगहना शाखा में था, लेकिन कई प्रयासों के बावजूद बीमा की राशि नॉमिनी को प्राप्त नहीं हो पा रही थी।
शिकायत मिलते ही लीड बैंक अधिकारी ने तुरंत संज्ञान लिया और शाखा प्रबंधक को निर्देशित किया। उसी दिन संबंधित त्रुटि को सुधारकर बीमा कंपनी को दोबारा मेल भेजा गया। इसके साथ ही बैंक के नियंत्रक कार्यालय ने भी बीमा कंपनी से संपर्क कर त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की।
इन प्रयासों के फलस्वरूप 8 जुलाई को श्रीमती चित्ररेखा और नॉमिनी जान सिंह को उनके खाते में दो लाख रुपये की बीमा राशि प्राप्त हो गई।
राशि मिलने के बाद भावुक होते हुए श्रीमती चित्ररेखा ने कहा, “मैंने उम्मीद ही छोड़ दी थी कि ये पैसे कभी मिलेंगे, लेकिन सुशासन तिहार मेरे लिए वरदान बन गया।” उन्होंने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय और प्रशासन का आभार जताया।
यह उदाहरण साबित करता है कि सुशासन तिहार सिर्फ कार्यक्रम नहीं, बल्कि जनसेवा और समाधान की सशक्त पहल है।