
Chhattisgarh news मितानिनों का महासंग्राम: 7 अगस्त से रायपुर में अनिश्चितकालीन धरना, सरकार की वादाखिलाफी के खिलाफ आर-पार की लड़ाई का ऐलान
रायपुर/लैलूंगा, 26 जुलाई 2025:छत्तीसगढ़ की स्वास्थ्य व्यवस्था की नींव मानी जाने वाली मितानिनें अब आर-पार की लड़ाई के मूड में हैं। 2023 के चुनावी घोषणा पत्र में किए गए सविलियन और 50% मानदेय वृद्धि के वादे पूरे न होने से नाराज़ मितानिनों ने 7 अगस्त से नवा रायपुर के तुता में अनिश्चितकालीन धरने का ऐलान कर दिया है।
प्रदेश स्वास्थ्य मितानिन संघ और प्रशिक्षक कल्याण संघ के संयुक्त नेतृत्व में यह ऐतिहासिक आंदोलन शुरू होगा। 29 जुलाई को राज्यभर में सांकेतिक धरना देकर सरकार को चेतावनी दी जाएगी।

लैलूंगा में भी गरजा मितानिनों का आक्रोश
रायगढ़ जिले के लैलूंगा में 500 से अधिक मितानिनों ने अम्बेडकर चौक हाई स्कूल परिसर में प्रदर्शन करते हुए नारे लगाए –
“वादाखिलाफी नहीं सहेंगे”, “NHM में सविलियन चाहिए”, “वेतन वृद्धि लागू करो!”
मितानिनों का आरोप है कि –
13 महीनों से मानदेय नियमित नहीं।
तीन-चार महीने में एक बार भुगतान।
वादे और आश्वासन के बावजूद न कोई आदेश न नीति।
NHM संचालन एक NGO को सौंपकर भविष्य अस्थिर किया गया।
संघ की दो प्रमुख मांगें:
- NHM में सविलियन।
- 50% वेतन वृद्धि तत्काल लागू हो।
प्रशासन की भूमिका सवालों में घिरी:
संघ का आरोप है कि सरकार चुनाव से पहले मितानिनों को “सेवा की देवी” कहती थी, अब वेतन तक नहीं देती। बार-बार की बातचीत सिर्फ छलावा रही।
अब “अब नहीं तो कभी नहीं” के संकल्प के साथ मितानिनें राजधानी कूच करेंगी। रायपुर की सड़कों पर तंबू गड़ेगा, आवाज गूंजेगी और जब तक मांगे पूरी नहीं होतीं – धरना जारी रहेगा।