
महतारी सदन बना बिहान दीदियों की उम्मीदों का नया घर
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की संवेदनशील पहल के लिए दीदियों ने जताया आभार
बिलासपुर, 23 सितम्बर 2025/स्व सहायता समूह की बिहान दीदियों के लिए कभी छोटी-सी बैठक भी बड़ी चुनौती हुआ करती थी। समूह की गतिविधियाँ हों या संकुल बैठकें, उन्हें गांव के पंचायत भवन या किसी के घर पर जगह मांगनी पड़ती थी। कई बार अन्य बैठक होने पर जगह न मिलने पर बैठकें टल जाती थीं और उन्हें बैठक के लिए भटकना पड़ता था।बहुत बार उनके प्रशिक्षण कार्यक्रम भी बाधित हो जाते थे, इससे उनके संगठन की गति धीमी हो जाती और उनका
आत्मविश्वास भी कम हो जाता था। महतारी सदन ने अब दीदियों की इस बड़ी चिंता को दूर कर दिया। अब उन्हें अपनी बैठकों और कार्यक्रमों के लिए किसी पर निर्भर नहीं रहना पड़ता। इस सदन में न केवल संगठनात्मक बैठकें कर पाएंगें बल्कि बेहतर प्रशिक्षण से अपने कौशल को और भी निखार पाएंगी। दीदियों ने इस संवेदनशील पहल के लिए प्रदेश के मुखिया श्री विष्णु देव साय का आभार जताया है।
ग्राम सेमरताल की दीदी सरस्वती धीवर ने कहा कि अब हमें ऐसा लगता है मानो हमारा अपना घर हो, जहां हम न सिर्फ बैठकर चर्चा करते हैं, बल्कि अपने सपनों को साकार करने की योजना भी बनाते हैं। इस तरह ग्राम जलसों की श्रीमती लता सूर्यवंशी ने कहा कि अब समूह की महिलाओं को अपनी गतिविधि, बैठक के लिए किसी से जगह नहीं मांगनी पड़ेगी, अपनी जगह मिलने से उनमें एक नया आत्मविश्वास का संचार हुआ है। इसी तरह बिहान दीदी गौरी गौरव, पूनम गौतम, चमेली यादव, वंदना केवट, कृष्णा देवी और पीआरपी सावित्री ने कहा कि महतारी सदन का निर्माण केवल एक भवन का निर्माण नहीं, बल्कि हजारों दीदियों के सपनों और आशाओं को पूरा करने वाला सदन है। इस पहल से हम ग्रामीण महिलाओं के आत्मविश्वास को नई उड़ान मिली है। अब समूह की गतिविधियाँ महतारी सदन में और अधिक सुनियोजित और प्रभावी ढंग से संचालित होगी।
उल्लेखनीय है कि जिले में 19 महतारी सदन स्वीकृत हुए हैं जिनमें से पूर्ण चार महतारी सदन का आज मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने धमतरी से वर्चुअल शुभारंभ किया। महतारी सदन का निर्माण केवल एक भवन नहीं, बल्कि महिलाओं को मिला सम्मान और आत्मनिर्भरता का प्रतीक है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की इस पहल ने प्रदेशभर की बिहान दीदियों को नया उत्साह और आत्मविश्वास दिया है। दीदियां कहती हैं अब हमारा संगठन और मजबूत होगा, क्योंकि हमें अपना घर जो मिल गया है।

