
रिपोर्टर — सुरज पुरेना
Bilaspur / मुंगेली रोड से लेकर तखतपुर मार्ग तक नेशनल हाईवे किनारे लगाई गई सुरक्षा रेलिंग अब चोरों के निशाने पर हैं। करोड़ों की लागत से बनाई गई ये रेलिंग, जो मवेशियों को सड़क पर आने से रोकने और आमने-सामने की टक्कर जैसी दुर्घटनाओं से बचाव के लिए लगाई गई थीं, अब लगातार चोरी हो रही हैं।
एनएचएआई द्वारा लगाई गई सरिया और एंगल की रेलिंग अब जगह-जगह से गायब है। सकरी से कानन पेंडारी और आगे तक कई किलोमीटर हिस्सों में रेलिंग नदारद है, जिससे हाईवे पर मवेशियों की आवाजाही बढ़ गई है। रात के समय मवेशी सड़क पर बैठ जाते हैं, जिससे वाहन चालकों के लिए खतरा और भी बढ़ गया है। बीते दिनों में कई लोग इन जानवरों से टकराकर घायल हो चुके हैं।
चौंकाने वाली बात ये है कि जिन स्थानों से रेलिंग चोरी हुई है, वहां से कुछ ही दूरी पर पुलिस चौकी और थाने मौजूद हैं। इसके बावजूद अब तक न तो किसी चोर को पकड़ा गया और न ही नई रेलिंग लगाई गई है। एनएच पर तैनात पेट्रोलिंग एजेंसियां भी इस चोरी को रोकने में नाकाम साबित हो रही हैं।
लोगों का सवाल है कि आखिर सुरक्षा के नाम पर खर्च हुई राशि का फायदा कब मिलेगा और कब तक आमजन इस लापरवाही की कीमत अपनी जान से चुकाते रहेंगे?