
रिपोर्टर — सुरज पुरेना
बिलासपुर। तखतपुर विकासखंड के ग्राम देवरीखुर्द में शासकीय प्राथमिक शाला के पूर्व माध्यमिक शाला में युक्तियुक्तकरण (विलय) के निर्णय का ग्रामीणों ने तीखा विरोध किया है। ग्रामवासियों ने कलेक्टर और जिला शिक्षा अधिकारी को ज्ञापन सौंपते हुए प्राथमिक शाला को स्वतंत्र रूप से संचालित करने की मांग की है।
ग्रामीणों ने बताया कि देवरीखुर्द की प्राथमिक शाला वर्ष 1889 में स्थापित की गई थी और यह क्षेत्र की एक ऐतिहासिक शिक्षण संस्था रही है। वर्तमान में यह स्कूल दर्जनों बच्चों को प्रारंभिक शिक्षा उपलब्ध करा रहा है। शाला प्रबंधन समिति के अध्यक्ष काशिक मान, सरपंच रामकुमार, सहित कई ग्रामीणों ने बताया कि प्राथमिक शाला एवं पूर्व माध्यमिक शाला के भवन अलग-अलग स्थानों पर स्थित हैं। दोनों स्कूलों के बीच की दूरी अधिक है, जिससे छोटे बच्चों को आने-जाने में भारी परेशानी होगी।

ग्रामीणों का कहना है कि शासन का यह फैसला अव्यावहारिक है और इससे न केवल बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होगी, बल्कि अभिभावकों की भी चिंता बढ़ेगी। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों पर जल्द विचार नहीं किया गया तो वे तखतपुर मुख्य मार्ग पर चक्काजाम कर उग्र आंदोलन करेंगे।
गांव के लोगों ने अपील की है कि बच्चों के भविष्य को देखते हुए प्रशासन जल्द सकारात्मक निर्णय ले।