
रिपोर्टर — सुरज पुरेना
Bilaspur / सरकंडा थाना क्षेत्र में नकली मोबाइल भुगतान ऐप के जरिए ठगी करने वाला गिरोह सक्रिय हो गया है। बीते कुछ दिनों में चार दुकानों से हजारों रुपये की दवाएं और किराना सामान फर्जी ट्रांजेक्शन रसीद दिखाकर ले जाया गया। इस साइबर ठगी से छोटे व्यापारी सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं।
एक जैसे तरीकों से चार दुकानों में ठगी
सभी मामलों में एक जैसी कार्यप्रणाली देखने को मिली—आरोपी नकली ऐप से भुगतान का फर्जी स्क्रीनशॉट दिखाता है और सामान लेकर चंपत हो जाता है।
मोपका में दवा लेकर भागा युवक
छत्तीसगढ़ फार्मेसी, मोपका के संचालक चंद्रकांत साहू ने बताया कि 4 जुलाई को एक युवक ने ₹1700 की दवाएं लीं और नकली भुगतान रसीद दिखाकर चला गया। खाते में कोई ट्रांजेक्शन नहीं हुआ।
ओम मेडिकल में ₹555 की ठगी
15 जून को ओम मेडिकल, सरकंडा में भी एक युवक ने ₹555 की दवा खरीदी और फर्जी ऐप से पेमेंट दिखाकर फरार हो गया।
किराना दुकान से ₹1639 की ठगी
ओम प्रोविजन स्टोर, बहतराई रोड से 9 जून को ₹1639 का सामान फर्जी भुगतान दिखाकर ले जाया गया।
जय चंडी मेडिकल से ₹1100 की ठगी
प्रगति विहार गेट के सामने स्थित जय चंडी मेडिकल स्टोर से भी आरोपी ने ₹1100 की दवाएं इसी तरह ठगी से ले लीं।
व्यापारी आक्रोशित, कार्रवाई की मांग
लगातार हो रही घटनाओं से आक्रोशित व्यापारियों ने कलेक्टर, एसएसपी और चैंबर ऑफ कॉमर्स को ज्ञापन सौंपते हुए जल्द गिरफ्तारी और क्षतिपूर्ति की मांग की है।
थाना प्रभारी का बयान
सरकंडा थाना प्रभारी निलेश पांडे ने बताया कि अब तक तीन लिखित शिकायतें मिली हैं। मामले की जांच जारी है और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपी की तलाश की जा रही है।
सावधानी जरूरी
विशेषज्ञों का मानना है कि डिजिटल पेमेंट के बाद खाते में राशि आने की पुष्टि के बाद ही सामान दिया जाए, खासकर छोटे दुकानदार अधिक सतर्क रहें।