
रिपोर्टर — सुरज पुरेना
Bilaspur / बिलासपुर के जस्टिस तनखा मेमोरियल स्कूल के बंद होने के बाद शासन द्वारा दिव्यांग बच्चों की पढ़ाई के लिए जगमल चौक में नए स्कूल की शुरुआत की गई है। इससे जहां बच्चों की शिक्षा की समस्या का समाधान हुआ है, वहीं अब परिवहन की समस्या ने पालकों की चिंता बढ़ा दी है।
पूर्व में जस्टिस तनखा स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को घर से स्कूल तक लाने-ले जाने के लिए शासन द्वारा वाहन सुविधा उपलब्ध कराई जाती थी। लेकिन नए स्कूल में यह सुविधा अब तक बहाल नहीं हो सकी है। ऐसे में दिव्यांग बच्चों के परिजन सोमवार को बड़ी संख्या में कलेक्ट्रेट पहुंचे और कलेक्टर से मुलाकात कर गुहार लगाई कि परिवहन व्यवस्था जल्द पुनः शुरू की जाए।

पालकों ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि शासन ने बच्चों की पढ़ाई की वैकल्पिक व्यवस्था कर सराहनीय कार्य किया है, इसके लिए वे आभार व्यक्त करते हैं। लेकिन वाहन सुविधा बंद हो जाने से अब बच्चों को स्कूल तक पहुंचाना बेहद कठिन हो गया है, खासकर दूर-दराज के क्षेत्रों से आने वाले बच्चों के लिए।
पालकों ने मांग की है कि जैसे पहले शासन द्वारा वाहनों की सुविधा दी जाती थी, उसी प्रकार अब भी दिव्यांग बच्चों की सुविधा के लिए विशेष वाहन सेवा जल्द शुरू की जाए, ताकि वे बिना किसी परेशानी के नियमित स्कूल जा सकें। उनका कहना है कि शिक्षा के साथ-साथ परिवहन भी इन बच्चों के लिए एक अहम ज़रूरत है, जिसे नज़रअंदाज़ नहीं किया जाना चाहिए।