
रिपोर्टर — सुरज पुरेना
बिलासपुर / ग्राम गुमा (प.ह.न. 18), तहसील बिल्हा निवासी गोपग्गम गेंदले ने जनदर्शन में आवेदन देकर गंभीर आरोप लगाए हैं कि गांव के सरपंच जितेन्द्र, पटवारी नीरज सिंह ठाकुर और नायब तहसीलदार विनीता शर्मा की मिलीभगत से उनके पुश्तैनी धार्मिक स्थल सतपुरूष मंदिर की जमीन पर अवैध कब्जे का प्रयास किया जा रहा है।
सदमे में पीड़ित परिवार लगाई न्याय की गुहार
गेंदले ने बताया कि उनके परदादा बसावन प्रसाद गेंदले ने वर्ष 1975-76 में धार्मिक श्रद्धा से सतपुरूष मंदिर की स्थापना की थी। इस मंदिर की सेवा-पूजा बाद में उनके पिता स्व. फूलदास गेंदले द्वारा की जाती रही। खसरा नंबर 308/1, 308/2, 308/3 (एकीकृत 308) एवं खसरा 700 की भूमि राजस्व अभिलेख में आज भी उनके पिता के नाम दर्ज है। गोपग्गम स्वयं उस भूमि के वैध वारिस हैं और आज भी मंदिर की देखरेख कर रहे हैं।
धौंस दिखाते हुए अधिकारी परेशान नागरिक
आवेदक का आरोप है कि सरपंच जितेन्द्र अपने पद का दुरुपयोग कर पटवारी नीरज सिंह ठाकुर के साथ मिलकर षड्यंत्र कर रहे हैं। साथ ही नायब तहसीलदार विनीता शर्मा द्वारा प्रस्तुत आवेदन के आधार पर स्थल निरीक्षण की प्रक्रिया चलाई जा रही है, जिसमें आवेदक को सुने बिना बार-बार तिथि बढ़ाई जा रही है। निरीक्षण की तिथि पर आवेदक तो उपस्थित होता है, लेकिन अनावेदकगण कर्मचारी उपस्थित नहीं होते, जिससे जानबूझकर प्रक्रिया लंबित रखी जा रही है।
गेंदले ने बताया कि उक्त जमीन पूर्व में आपसी समझौते के तहत विभाजित हो चुकी है और सभी पक्ष अपने-अपने हिस्से में काबिज हैं, फिर भी विवाद खड़ा कर कब्जा करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि उक्त जमीन अब मूल्यवान हो गई है, इसलिए साजिशन कब्जे की कोशिश की जा रही है।
आवेदक ने प्रशासन से मांग की है कि पटवारी नीरज सिंह का तत्काल तबादला किया जाए, सरपंच जितेन्द्र पर पद के दुरुपयोग की कार्यवाही हो और नायब तहसीलदार विनीता शर्मा की भूमिका की निष्पक्ष जांच कराई जाए।
थक-हारकर अब गोपग्गम ने “एडवोकेट खुशबू जायसवाल” की मदद से न्याय की गुहार लगाई है और जनदर्शन में प्रार्थना पत्र सौंपा है। पीड़ित ने निष्पक्ष जांच एवं अपनी पुश्तैनी भूमि की रक्षा की गुहार लगाई है।