
रिपोर्टर — सुरज पुरेना
बिलासपुर / हरेली तिहार से पहले बिल्हा विकासखंड के घोघरा गांव निवासी दिव्यांग विशंभर ध्रुव को बड़ी सौगात मिली। शासन द्वारा उन्हें मोटर चलित ट्राइसाइकिल उपलब्ध कराई गई, जिससे अब वह आसानी से आवागमन कर सकेंगे। यह सहायता उन्हें दो माह पूर्व उनके गांव में आयोजित सुशासन शिविर में दिए गए आवेदन के आधार पर प्राप्त हुई है।
विशंभर ध्रुव ने सुशासन तिहार के तहत शिविर में समाज कल्याण विभाग को अपनी दिव्यांगता से अवगत कराते हुए मोटर चालित ट्राइसाइकिल की मांग की थी। पात्रता की जांच के बाद उनका आवेदन स्वीकृत कर लिया गया था। तत्काल ट्राइसाइकिल उपलब्ध न होने के कारण उन्हें प्रतीक्षा करनी पड़ी। जैसे ही वाहन उपलब्ध हुआ, विभाग ने उन्हें बिलासपुर स्थित पुनर्वास केंद्र बुलाया और उन्हें वाहन प्रदान किया।

हरेली तिहार की पूर्व संध्या पर यह सहायता पाकर विशंभर ध्रुव के चेहरे पर खुशियों की झलक साफ दिखाई दी। उन्होंने फर्राटा भरती ट्राइसाइकिल से अपने गांव लौटते हुए बताया कि अब वह सामान्य लोगों की तरह खुद से कहीं भी आ-जा सकते हैं और छोटे-मोटे काम भी कर पाएंगे।
विशंभर ने इस सहयोग के लिए मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय एवं जिला प्रशासन का आभार जताते हुए कहा कि एक गरीब और बेसहारा आदिवासी की बात सुनकर इतनी जल्दी सहायता पहुंचाना वास्तव में सुशासन का उदाहरण है।
अब विशंभर न केवल स्वतंत्र रूप से चलने फिरने में समर्थ हो गया है, बल्कि उसका आत्मविश्वास भी बढ़ा है। हरेली तिहार उसके लिए केवल एक त्योहार नहीं, बल्कि जीवन में आत्मनिर्भरता की नई शुरुआत बन गया है।