
रिपोर्टर — सुरज पुरेना
बिलासपुर / प्रदेश के उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव के नवा रायपुर स्थित शासकीय निवास में आज छत्तीसगढ़ के प्रथम लोक पर्व हरेली की धूमधाम रही। सुबह से ही पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ पर्व का उत्सव प्रारंभ हुआ। श्री साव ने सपरिवार हल और कृषि उपकरणों की विधिवत पूजा की और गौमाता को आटे की लोंदी और गुड़ खिलाकर छत्तीसगढ़ी संस्कृति का संदेश दिया। उन्होंने गेड़ी पर चढ़कर परंपरा का आनंद भी लिया।

इस अवसर पर कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, विधायक श्री रोहित साहू, श्री मोतीलाल साहू, रायपुर नगर निगम के सभापति श्री सूर्यकांत राठौर सहित कई जनप्रतिनिधि भी उपस्थित रहे।

श्री साव के निवास में हरेली पर्व के दौरान छत्तीसगढ़ी लोक जीवन और खानपान की सुंदर झलक देखने को मिली। सभी आगंतुकों का स्वागत पारंपरिक छत्तीसगढ़ी व्यंजनों जैसे चौसेला, गुलगुल भजिया, बरा, टमाटर की चटनी आदि से किया गया। श्री साव ने पर्यावरण संरक्षण के प्रतीक स्वरूप अपने निवास पर शीशम का पौधा भी लगाया।

उप मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को हरेली की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह छत्तीसगढ़ का पहला लोक पर्व है, जो मुख्यतः कृषि और किसानों को समर्पित है। उन्होंने कहा कि यह तीज-तिहारों की श्रृंखला की शुरुआत है और इसमें लोक संस्कृति, परंपराएं तथा बचपन की स्मृतियां रच-बस जाती हैं।
श्री साव ने कहा कि हरेली सिर्फ एक त्योहार नहीं, बल्कि छत्तीसगढ़ की समृद्ध परंपराओं और लोक चेतना का प्रतीक है, जो जन-जन को अपनी मिट्टी से जोड़ता है। उन्होंने सभी नागरिकों से आग्रह किया कि वे इस त्योहार को हर्षोल्लास से मनाएं और छत्तीसगढ़ी संस्कृति को गर्व से आगे बढ़ाएं।