
पूर्ण साक्षरता की ओर एक महत्वपूर्ण कदम : भोजपुर में उल्लास मासिक बैठक का सफल आयोजन…
रायगढ़। शिक्षा के क्षेत्र में जनभागीदारी और सामाजिक चेतना को बढ़ावा देने हेतु उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के अंतर्गत शासकीय प्राथमिक शाला भोजपुर, संकुल केंद्र भोजपुर, विकासखंड धरमजयगढ़ में आज उल्लास वातावरण निर्माण हेतु मासिक बैठक का आयोजन किया गया।
इस महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन ग्राम पंचायत भोजपुर के सरपंच श्री राधेश्याम राठिया की अध्यक्षता में किया गया, जिसमें ग्राम के उपसरपंच, पंच, शाला प्रबंधन समिति के अध्यक्ष/उपाध्यक्ष, ग्रामीण जनप्रतिनिधि, शिक्षकों तथा सामाजिक कार्यकर्ताओं की गरिमामयी उपस्थिति रही।

कार्यक्रम जिला शिक्षा अधिकारी रायगढ़ डॉ. के. व्ही. राव एवं जिला मिशन समन्वयक श्री एन. के. चौधरी के कुशल मार्गदर्शन तथा उल्लास जिला परियोजना अधिकारी श्री डी. के. वर्मा एवं सहायक परियोजना समन्वयक समग्र शिक्षा श्री बी. पटेल के सतत पर्यवेक्षण में सम्पन्न हुआ।
प्रमाण पत्र वितरण और शिक्षार्थियों की सराहना : बैठक के दौरान मार्च 2025 में आयोजित उल्लास आकलन परीक्षा में उत्तीर्ण शिक्षार्थियों को ग्राम के जनप्रतिनिधियों के करकमलों से प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए। प्रमाण पत्र प्राप्त कर शिक्षार्थियों के चेहरों पर आत्मगौरव और हर्ष स्पष्ट झलक रहा था। यह आयोजन न केवल प्रेरणादायक रहा, बल्कि अन्य ग्रामीणों को भी शिक्षा के प्रति जागरूक करने में सहायक सिद्ध हुआ।
आगामी योजनाओं और साक्षरता विस्तार पर विचार-विमर्श : बैठक में आगामी सितंबर माह में प्रस्तावित आकलन परीक्षा के लिए 15 वर्ष से अधिक उम्र के असाक्षरों की पहचान कर उन्हें उल्लास मोबाइल एप में दर्ज करने की प्रक्रिया पर विस्तृत चर्चा की गई। साथ ही उल्लास केंद्रों के नियमित संचालन को लेकर सुझाव प्रस्तुत किए गए।
इसके अतिरिक्त, ग्राम में अध्ययनरत 10वीं एवं 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों को स्वयंसेवी शिक्षक के रूप में नामित करने का प्रस्ताव रखा गया, जिससे वे साक्षरता अभियान में योगदान देकर शासन द्वारा निर्धारित 10 बोनस अंकों का लाभ प्राप्त कर सकें।
बहुआयामी शैक्षिक विषयों पर चर्चा : बैठक के दौरान शिक्षा से जुड़े कई महत्वपूर्ण विषयों पर विमर्श हुआ, जिनमें –
- “एक पेड़ माँ के नाम” अभियान
- राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत नवीन पाठ्यक्रम और बैगलेस डे
- पॉक्सो एक्ट तथा गुड टच – बैड टच विषयक जागरूकता
- मुख्यमंत्री गुणवत्ता शिक्षा अभियान
- सामाजिक अंकेक्षण, शाला अनुदान और प्रिंट रिच वातावरण निर्माण
- नवोदय प्रवेश परीक्षा, छात्रवृत्ति योजनाएं, शैक्षिक कैलेंडर
- मासिक आकलन और शाला सुरक्षा जैसे बिंदु प्रमुख रहे।
इन सभी विषयों पर उपस्थित शिक्षकों, जनप्रतिनिधियों एवं अभिभावकों ने सक्रिय रूप से सहभागिता निभाई।
साक्षरता शपथ एवं संकल्प : कार्यक्रम के अंत में उपस्थित सभी नागरिकों ने ग्राम को पूर्ण साक्षर बनाने का संकल्प लिया और उल्लास साक्षरता शपथ ग्रहण की। यह क्षण ग्रामीण शिक्षा जागरूकता की दिशा में एक प्रेरक उदाहरण बनकर उभरा।
आयोजन के सफल संचालन हेतु सहयोग : इस आयोजन की सफलता में विकासखंड शिक्षा अधिकारी श्री एस. आर. सिदार, संकुल प्राचार्य श्री एल. एस. पैंकरा तथा संकुल शैक्षिक समन्वयक श्री एल. पी. बरेठ का महत्वपूर्ण निर्देशन प्राप्त हुआ, जिनके मार्गदर्शन में बैठक सफलतापूर्वक संपन्न हुई।
यह आयोजन न केवल शिक्षा के प्रचार-प्रसार का माध्यम बना, बल्कि ग्रामीण समुदाय में आत्मविश्वास, भागीदारी और साक्षरता के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित करने की दिशा में एक अनुकरणीय पहल सिद्ध हुआ।