11 बटुकों का उपनयन, हर्षोल्लास का माहौल
गत 16 नवंबर, रविवार को पूज्य सिंधी पंचायत भवन, भक्त कंवराराम नगर में यह कार्यक्रम बड़े उत्साह और हर्षोल्लास के साथ संपन्न हुआ। संस्था के महामंत्री जगदीश जज्ञासी ने जानकारी देते हुए बताया कि यह लगातार आठवाँ वर्ष है जब यह सामूहिक आयोजन किया गया और इस बार 11 बटुकों का उपनयन संस्कार वैदिक रीति-रिवाज़ों के साथ कराया गया।


कार्यक्रम का शुभारंभ वरुण सांई और मंचस्थ अतिथियों द्वारा भगवान श्री झूलेलाल जी के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलन से हुआ। संस्था के अध्यक्ष डॉ. हेमंत कलवानी ने इस वार्षिक आयोजन के महत्व पर प्रकाश डाला।
🙏 संत के सान्निध्य में संपन्न हुआ संस्कार
सामूहिक जनेऊ संस्कार सिंधु अमरधाम आश्रम, चकरभाठा के संत साईं लाल दास जी के सुपुत्र वरुण सांई के पावन सान्निध्य में संपन्न हुआ। आर्य समाज पद्धति और पूर्ण पारिवारिक परिवेश में किए गए इस विधि-विधान युक्त आयोजन ने सभी बटुकों और उनके परिवारों को संस्कारित किया।


आचार्य शास्त्री जी ने बच्चों को जनेऊ (यज्ञोपवीत) संस्कार के आध्यात्मिक, धार्मिक और सामाजिक महत्व को विस्तार से समझाया। उन्हें धर्म, ज्ञान और नैतिकता की शिक्षा देकर हिंदुत्व के प्रति जागरूक किया गया। सनातन धर्म के सोलह संस्कारों में जनेऊ संस्कार को एक प्रमुख स्थान दिया गया है, जो बटुक को द्विजत्व (दूसरा जन्म) प्रदान करता है।
🤝 गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति और सम्मान
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रसिद्ध नेत्र रोग विशेषज्ञ और विश्व हिंदू परिषद के उप प्रांताध्यक्ष डॉ. ललित माखीजा थे, जिन्होंने अपने संबोधन में धर्म और समाज की रक्षा करने पर विशेष बल दिया।


विशिष्ट अतिथियों में वरिष्ठ अधिवक्ता सुनील ओटवानी, पूज्य सिंधी सेंट्रल पंचायत के कार्यकारी अध्यक्ष हरीश भागवानी, वार्ड पार्षद श्रीमती कंचन सुरेश वाधवानी, और सिंधी कॉलोनी पंचायत अध्यक्ष गोपाल सिंधवानी मौजूद रहे। वरुण सांई ने जनेऊ धारण करने वाले सभी बटुकों को पखर (परंपरागत वस्त्र/उपहार) भेंट कर आशीर्वाद दिया।
इस अवसर पर धन गुरुनानक दरबार के प्रमुख भाई साहेब मूलचंद नारवानी सहित सभी मंचस्थ अतिथियों और समाज के सहयोगियों को पुष्पहार, शाल, मोमेंटो और मिठाई भेंट कर सम्मानित किया गया।
बटुकों के परिवारों ने बैंड-बाजे की धुन पर जमकर नृत्य कर अपनी खुशियाँ व्यक्त कीं। कार्यक्रम के सफल समापन पर सभी आमंत्रित अतिथियों और गणमान्य नागरिकों के लिए स्वरुचि भोज (सामूहिक भोजन) का भी आयोजन किया गया था।
कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ. रमेश कलवानी, जगदीश जज्ञासी और कन्हैया आहूजा ने किया। इस भव्य आयोजन में भारतीय सिंधु सभा महिला विंग की राष्ट्रीय अध्यक्ष विनीता भावनानी तथा संस्था के अनेक सदस्य और गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे, जिन्होंने इस पुनीत कार्य को सफल बनाने में अपना योगदान दिया।


