अशांति फैलाने वालों पर सरकण्डा पुलिस का कड़ा प्रहार
6 माह से फरार 4 आरोपी गिरफ्तार; मकान कब्जाने के प्रयास में तोड़फोड़ कर दिया था दबाव
बिलासपुर (छत्तीसगढ़): थाना सरकण्डा पुलिस ने क्षेत्र में अशांति फैलाने और जबरन मकान खाली कराने का दबाव बनाने वाले 4 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 332(ग), 324(4), और 3(5) के तहत की गई है।

मामले का विवरण
दरअसल, यह घटना 6 माह पूर्व 23 फरवरी 2025 को हुई थी। प्रार्थी जी. श्रीनिवास राव ने सरकण्डा थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि मुख्य आरोपी जसबीर सिंह ने कथित तौर पर छलपूर्वक उनका मकान अपने नाम पर रजिस्ट्री करवा लिया था, जिसका मामला माननीय न्यायालय में लंबित है।
घटना के दिन, जसबीर सिंह अपने तीन साथियों – सुदीप डे, यश तिवारी, और उत्कर्ष श्रीवास्तव – के साथ प्रार्थी के घर में घुस गए। उन्होंने गाली-गलौज करते हुए मकान खाली करने का दबाव बनाया और घर के सामानों की तोड़फोड़ कर नुकसान पहुंचाया। रिपोर्ट दर्ज होने के बाद से ही सभी आरोपी अपने ठिकाने से फरार चल रहे थे।
पुलिस की कार्रवाई
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बिलासपुर, श्री रजनेश सिंह (भापुसे) के निर्देशानुसार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) श्री राजेन्द्र जायसवाल और सी.एस.पी. (सिविल लाईन/सरकंडा) श्री निमितेश सिंह के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी सरकण्डा निरी. प्रदीप आर्य के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई।
आज 25 नवंबर 2025 को पुलिस को सूचना मिली कि आरोपीगण राजकिशोर नगर क्षेत्र में घूम रहे हैं। टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए चारों आरोपियों को हिरासत में लिया। पूछताछ के दौरान, उन्होंने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया।
⚖️ गिरफ्तारी और वैधानिक प्रक्रिया
पुलिस ने विधिवत् तरीके से चारों आरोपियों को गिरफ्तार किया।
- उत्कर्ष श्रीवास्तव का पूर्व में कोई आपराधिक रिकॉर्ड न होने के कारण, उन्हें माननीय सुप्रीम कोर्ट के अर्नेश कुमार विरुद्ध बिहार राज्य मामले में दिए गए निर्देशों के पालन में रिहा कर दिया गया।
- अन्य तीन आरोपियों, जसबीर सिंह (उम्र 34 वर्ष), यश तिवारी (उम्र 19 वर्ष), और सुदीप डे (उम्र 26 वर्ष) को माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया गया।
सरकण्डा पुलिस की इस त्वरित और प्रभावी कार्रवाई से क्षेत्र में कानून-व्यवस्था बनाए रखने का स्पष्ट संदेश गया है।


