सरकंडा पुलिस के हत्थे चढ़े 2 शातिर और 3 नाबालिग, लाखों का माल बरामद
बिलासपुर (सरकंडा): शहर में बढ़ती चोरी की वारदातों पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से बिलासपुर पुलिस द्वारा चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत सरकंडा पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो न केवल बंद मकानों को अपना निशाना बनाता था, बल्कि निर्माणाधीन भवनों से महंगे उपकरण और इलेक्ट्रॉनिक सामान भी उड़ा ले जाता था। इस कार्रवाई में पुलिस ने दो बालिग आरोपियों समेत तीन विधि से संघर्षरत बालकों (नाबालिगों) को भी अभिरक्षा में लिया है।

सूने मकान और निर्माणाधीन साइट्स थे मुख्य टारगेट
अपराध क्रमांक 1524/2025 के तहत दर्ज इस मामले में आरोपियों ने अलग-अलग जगहों पर चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया था। घटनाओं का सिलसिला तब सामने आया जब प्रार्थी अमरू राम साहू, निवासी नूतन चौक, सरकंडा ने रिपोर्ट दर्ज कराई। 19 अक्टूबर 2025 को वे अपने परिवार के साथ पैतृक गांव बलौदा बाजार गए हुए थे। जब वे 21 अक्टूबर को वापस लौटे, तो घर का मंजर देखकर दंग रह गए। घर का सारा सामान बिखरा हुआ था और अलमारी खुली पड़ी थी। चोरों ने वहां से चांदी की पायल, अंगूठी, कंप्यूटर हार्ड डिस्क, मदर बोर्ड समेत लगभग 45,000 रुपये का सामान पार कर दिया था।
इसी तरह, राजस्व कॉलोनी, अशोक नगर के निवासी कन्हैया लाल चौबे ने भी शिकायत दर्ज कराई थी कि उनके निर्माणाधीन मकान से अज्ञात चोरों ने वाइब्रेटर मशीन, हथौड़ा, लोहे का सामान और तार चोरी कर लिए हैं, जिसकी कीमत करीब 18,000 रुपये थी। इसके अलावा एक अन्य मामले में प्रार्थी मोहम्मद खालिद के घर से एसी और ट्रांसफार्मर के कॉपर वायर चोरी होने की बात भी सामने आई।
मुखबिर की सूचना से खुला राज
इन लगातार हो रही चोरियों को गंभीरता से लेते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) श्री रजनेश सिंह ने तत्काल टीम गठित कर आरोपियों को पकड़ने के निर्देश दिए। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर) श्री राजेन्द्र जायसवाल और सी.एस.पी. श्री निमितेश सिंह के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी सरकण्डा निरीक्षक प्रदीप आर्य ने जाल बिछाया।
पुलिस को सफलता तब मिली जब 26 नवंबर 2025 को एक मुखबिर ने सटीक सूचना दी। खबर मिली कि सुमित सिंह ठाकुर नामक युवक एक वाइब्रेटर मशीन बेचने के लिए ग्राहक तलाश रहा है। पुलिस को संदेह हुआ कि यह वही मशीन हो सकती है जो कन्हैया लाल चौबे के यहाँ से चोरी हुई थी।
घेराबंदी और गिरफ्तारी
सूचना की तस्दीक करते हुए पुलिस टीम ने त्वरित कार्रवाई की और संदेही सुमित सिंह ठाकुर को हिरासत में लिया। पुलिसिया पूछताछ में सुमित ने पहले तो गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन जब कड़ाई से पूछताछ की गई, तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। उसने बताया कि उसने अपने साथी नरेन्द्र सिंह (20 वर्ष, निवासी नूतन चौक) और तीन अन्य नाबालिग दोस्तों के साथ मिलकर इन वारदातों को अंजाम दिया था।
बरामदगी और कानूनी कार्रवाई
आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस ने चोरी गया शत-प्रतिशत मशरूका बरामद कर लिया है। जप्त किए गए सामान में कंप्यूटर हार्ड डिस्क, इलेक्ट्रॉनिक सामान, एसी और ट्रांसफार्मर के कॉपर वायर शामिल हैं। बरामद किए गए कुल सामान की कीमत लगभग 78,000 रुपये आंकी गई है।
पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 331(4) और 305(ए) के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है। मामले में शामिल तीनों नाबालिगों को किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष और बालिग आरोपियों (नरेन्द्र सिंह और सुमित ठाकुर) को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया, जहाँ से उन्हें न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है। सरकंडा पुलिस की इस त्वरित कार्यवाही से क्षेत्र में अपराध नियंत्रण को लेकर एक सकारात्मक संदेश गया है।
मुख्य बिंदु (Quick Highlights):
अपराध: सूने घरों में जेवर व कंप्यूटर चोरी, निर्माणाधीन स्थलों से मशीनरी चोरी।
कुल बरामदगी: ₹78,000 (हार्ड डिस्क, कॉपर वायर, वाइब्रेटर मशीन, चांदी के जेवर)।
आरोपी: नरेन्द्र सिंह (20), सुमित ठाकुर (18) और 3 नाबालिग।
पुलिस टीम: SSP रजनेश सिंह के निर्देशन में थाना प्रभारी प्रदीप आर्य व टीम।


