अंजाम तक पहुँची कोटा पुलिस की विवेचना; अपहरण और बलात्कार के मामले में 20 वर्षीय आरोपी गिरफ्तार,
बिलासपुर, 10 दिसंबर 2025: ज़िले के कोटा थाना क्षेत्र में एक नाबालिग लड़की के अपहरण और दुष्कर्म के गंभीर मामले में कोटा पुलिस ने त्वरित और प्रभावी कार्रवाई करते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। अपहृता को सुरक्षित बरामद कर उसके परिवार को सौंप दिया गया है, जबकि आरोपी को न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है।
यह मामला तब सामने आया जब दिनांक 26 नवंबर 2025 को प्रार्थी ने कोटा थाने में अपनी नाबालिग बेटी के गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। रिपोर्ट में बताया गया कि एक अज्ञात व्यक्ति उनकी बेटी को बहला-फुसलाकर अपने साथ भगा ले गया है। शिकायत की गंभीरता को देखते हुए, पुलिस ने तत्काल संबंधित धाराओं के तहत अपराध पंजीकृत किया और जांच शुरू कर दी।

मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए, बिलासपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री रजनेश सिंह के सख्त निर्देशों पर पुलिस टीम ने युद्धस्तर पर कार्रवाई शुरू की। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) श्रीमती अर्चना झा और अनुविभागीय पुलिस अधिकारी श्रीमती नूपुर उपाध्याय के कुशल मार्गदर्शन में, आरोपी और अपहृता की तलाश के लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया।
जांच के दौरान, पुलिस को पता चला कि आरोपी नाबालिग लड़की को बहला-फुसलाकर भगा ले गया था और उन्हें तुरकाडीह क्षेत्र में छिपा रखा था। प्राप्त सूचना पर, कोटा पुलिस की टीम ने बिना समय गंवाए तत्काल उस स्थान के लिए रवाना हुई।
पुलिस टीम की अथक कोशिशों और सटीक रणनीति के परिणामस्वरूप, पुलिस ने अपहृता को सुरक्षित ढूंढ निकाला। पूछताछ और साक्ष्यों के आधार पर, आरोपी की पहचान बसंत रात्रे (पिता नामदास रात्रे, उम्र 20 वर्ष), निवासी लिम्हा, थाना तखतपुर, जिला बिलासपुर, के रूप में हुई।
कोटा पुलिस ने आरोपी बसंत रात्रे को दिनांक 10 दिसंबर 2025 को गिरफ्तार कर लिया। नाबालिग को बहला-फुसलाकर भगाना और उसके साथ दुष्कर्म करना एक अत्यंत जघन्य अपराध है, जिसके लिए आरोपी के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई की गई है।
आरोपी बसंत रात्रे को माननीय न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया गया, जहाँ से उसे न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।
सराहनीय योगदान
इस महत्वपूर्ण सफलता में कोटा पुलिस थाने के निम्नलिखित अधिकारियों और कर्मचारियों का विशेष रूप से सराहनीय योगदान


