
BHARTENDU KAUSHIK (REPORTER)
बिलासपुर/ आज दिनांक 2301/24 को ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स ऑर्गेनाइजेशन बिलासपुर जिला कमिटी के द्वारा सीपत चौक सरकंडा स्थिति नेताजी सुभाष चंद्र बोस की मूर्ति पर माल्यार्पण कर 128वीं जयंती मनायी गई ।
इस कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ राज्य उपाध्यक्ष संतु खटवा, जिला अध्यक्ष त्रिलोचन साहू, जिला सचिव सूरज साहू, जिला के अन्य सदस्य जूही केवट, संध्या, सुरेंद, देवप्रसाद, किशन, दीपिका, श्रेया, रोशनी, बिंदिया, योगिशा आदि उपस्थित थे।


मुख्य वक्ता राज्य उपाध्यक्ष संतु खटवा ने बताया कि
समाज में छात्र-छात्राओं में नीति नैतिकता का लगातार पतन हो रहा है। आज महिलाओं और बच्चियों के साथ लगातार अपराध बढ़ रहे हैं, भाई भाई में लड़ाई हो रही है रिश्ते नाते सभी खत्म होते जा रहे हैं, टीवी सीरियल, फिल्म आदि द्वारा अश्लीलता परोसी जा रही है जिसके चलते इंसानियत लगातार मिटती जा रही है, ऐसे समय में नेताजी सुभाष को याद करना व उनके संघर्षों और विचारों से सीख हासिल कर आगे बढ़ने की जरूरत है। नेताजी ने कहा था की ” इंसानियत हासिल करने का एकमात्र रास्ता है न्याय के लिए अन्याय के खिलाफ संघर्ष करना।”
नेताजी आईसीएस की परीक्षा में चौथी रैंक लेकर के आए थे। वे आईसीएस की नौकरी को त्याग, देश को आजाद करने के संघर्ष में जुड़ गए। आज हर छात्र-छात्राओं को नेताजी के संघर्ष से सीख लेने की जरूरत है नेताजी ने कहा था “अध्ययन छात्र जीवन की तपस्या है इस बात की दुहाई देखकर बहुत से लोग छात्रों को देश सेवा के कार्य से अलग रखने की कोशिश किया करते हैं, अध्ययन कभी तपस्या नहीं हो सकता, अध्ययन का मतलब है कुछ किताबें पढ़ना, कुछ परीक्षाएं पास करना, इसके जरिए स्वर्ण पदक हासिल हो सकते हैं, शायद ऊंची नौकरी भी मिल सकती है, लेकिन इंसानियत हासिल नहीं हो सकती।”


आज छात्र छात्राओं कि जिम्मेदारी है की नीति-नैतिकता, संस्कृति तथा शिक्षा पर हो रहे हमलों के खिलाफ एक सच्चे आदर्श के जीवन संघर्ष से सीख लेते हुए आगे बढ़ें,तमाम समस्याओं के खिलाफ जोरदार आंदोलन संगठित करें। केवल तभी नेताजी सुभाष चंद्र बोस को हम सही मायने में याद कर उनके प्रति श्रद्धांजलि अर्पित कर पाएंगे