
BHARTENDU KAUSHIK (REPORTER)
मुंगेली जिले के लोरमी में भागवत कथा का आयोजन रखा गया था। यह आयोजन मानवाधिकार सहायता संस्थान महिला प्रदेश अध्यक्ष बिंदु यादव के निवास स्थान पर आयोजित की गई। जिसमें डॉ. रमेश कुमार कश्यप राष्ट्रीय अध्यक्ष मानवाधिकार सहायता संस्थान एवं मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय आयोग भारत के उपाध्यक्ष, मानवाधिकार सहायता संस्थान के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ जीवन लाल साहू भी शामिल हुए।
डॉ. रमेश कश्यप ने इस पावन अवसर पर भगवान श्रीकृष्ण और श्रीराधा रानी से देश एवं प्रदेशवासियों के लिए सुख-समृद्धि, शांति और मंगलमय जीवन की प्रार्थना की।व्यासपीठ का नमन करते हुए कथाव्यास पंडित जी से आशीर्वाद लिया और भागवत कथा का श्रवण किया। भागवत कथा में डॉ रमेश कश्यप के गुरुजी घनश्याम राजपूत एवं बालमुकुंद तिवारी गुरुजी भी सम्मिलित हुए।

डॉ रमेश कश्यप ने बताया कि भागवत कथा सुनने वाले इंसान को सुख व शांति की प्राप्ति होती है इसलिए सदैव भगवान की पूजा कर और उनकी भक्ति करनी चाहिए। भागवत कथा के श्रवण से जन्म जन्मांतर के विकार नष्ट होकर आध्यात्मिक विकास होता है।
मन में सही और गलत को समझने की क्षमता बढ़ती है।भागवत कथा सुनने से जीवन में निराशा और नकारात्मकता के भाव नहीं आते हैं। सकारात्मकता और उत्साह का संचार होता है जोकि सफलता के लिए जरूरी है। डॉ रमेश कश्यप के साथ पवन खत्री एवं संगठन के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता इस भागवत कथा में सम्मिलित हुए।