
BHARTENDU KAUSHIK (REPORTER)
पश्चिम बंगाल में प्रदर्शनकारी छात्रों पर हुए हमलों के खिलाफ AIDSO के बिलासपुर जिला अध्यक्ष त्रिलोचन साहू ने प्रेस को जारी वक्तव्य में कहा:-
गत 1 मार्च को जादवपुर विश्वविद्यालय में पश्चिम बंगाल के शिक्षा मंत्री के काफिले ने बर्बरता से उन छात्रों पर गाड़ी चढ़ा दी जो छात्र संघ चुनाव की मांग कर रहे थे। इस बर्बर और अपराधिक रवैया के विरोध में 3 मार्च को एआईडीएसओ की बंगाल राज्य कमेटी के आह्वान पर आयोजित राज्यव्यापी कॉलेज- विश्वविद्यालय छात्र हड़ताल को पश्चिम बंगाल के छात्र समुदाय ने पूर्ण समर्थन देते हुए सफलतापूर्वक सम्पन्न किया।
सभी छात्र ने दोषियों को उदाहरणमूलक सजा देने और कैंपस में भय और भ्रष्टाचार की संस्कृति को समाप्त करने के लिए आवाज़ को बुलन्द करने की मांग उठाई। राज्यभर में, केवल परीक्षा देने वाले छात्रों को छोड़कर, सभी कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में छात्रों ने स्वत: स्फूर्त रूप से कक्षाओं का बहिष्कार कर इस हड़ताल का समर्थन किया। इसी दौरान, जब हड़ताल के समर्थन में विभिन्न जगहों पर प्रदर्शन किये जा रहे थे, तब सत्तारूढ़ पार्टी के छात्र संगठन टीएमसीपी और टीएमसी समर्थित गुंडों ने कई जगहों पर प्रदर्शनकारी छात्रों पर हमले किए जिसमें राज्य की पुलिस ने भी टीएमसीपी के साथ सहभागिता निभाते हुए छात्रों के साथ मारपीट की। इन हमलों में एआईडीएसओ के 35 कार्यकर्ता घायल हुए हैं,
जिनमें से 13 को गंभीर चोटें आईं हैं। इसके अलावा, पूरे राज्य में संगठन के 11 नेताओं और कार्यकर्ताओं को पुलिस द्वारा बेरहमी से पीटा गया और उन्हें गिरफ्तार किया गया। वहीं देर शाम जादवपुर यूनिवर्सिटी गेट पर ABVP द्वारा भी छात्रों पर हमला किया गया और वामपंथी छात्र संगठनों के झंडे-बैनर, पोस्टर फाड़े गए। लेकिन सभी छात्रों ने हिम्मत से इसका सामना किया और अपना विरोध दर्ज किया।

एआईडीएसओ बिलासपुर जिला कमेटी उन सभी छात्रों को क्रांतिकारी शुभकामनाएं देती हैं जिन्होंने सभी हमलों और बाधाओं का डटकर सामना करते हुए इस हड़ताल में भाग लिया। साथ ही, हम टीएमसीपी के गुंडों और पुलिस द्वारा किए गए संयुक्त हमलों की कड़ी निंदा करते हैं और इन हमलों में शामिल दोषी पुलिसकर्मियों और टीएमसीपी-टीएमसी सदस्यों को कड़ी सजा देने की मांग करते हैं।
इन बर्बरतापूर्ण हमलों के विरोध में, हमने 4 मार्च को “देशव्यापी शपथ दिवस” आयोजित करने का आह्वान किया हैं, और हम शैक्षणिक संस्थानों मे फैले भय और भ्रष्टाचार के माहौल के खिलाफ चल रहे प्रतिरोध आंदोलनों के साथ एकजुटता प्रकट करते हैं। ऐसे ही दहशत और भ्रष्टाचार के गिरोह आर.जी. कर मेडिकल कॉलेज, कोलकाता में मेडिकल छात्रा अभया के बलात्कार और हत्या जैसी नृशंस घटनाओं को जन्म देते हैं।
हम विशेष रूप से छात्र समुदाय से और आम जनता से अपील करते हैं कि वे सभी कॉलेज-विश्वविद्यालय परिसरों में लोकतांत्रिक और निष्पक्ष ढंग से छात्र संघ चुनावों के आयोजन की मांग का समर्थन करें, ताकि कैंपस में लोकतंत्र जीवित रह सके। हम सभी से आह्वान करते हैं कि वे न्यायोचित अधिकारों की मांग की आवाज को दबाने के ऐसे किसी भी षडयंत्र के खिलाफ मजबूती से खड़े हो।”