
रजिस्ट्री प्रक्रिया में 10 क्रांतिकारी बदलाव, अब नहीं करना पड़ेगा तहसील के चक्कर
छत्तीसगढ़ सरकार ने आम नागरिकों को रजिस्ट्री एवं नामांतरण की जटिल प्रक्रिया से राहत दिलाने के लिए पंजीयन विभाग में 10 क्रांतिकारी नवाचार लागू किए हैं। शुक्रवार को जिला पंचायत सभाकक्ष में आयोजित जिला स्तरीय कार्यशाला में उपमुख्यमंत्री एवं गृह मंत्री श्री विजय शर्मा तथा वित्त मंत्री श्री ओ. पी. चौधरी की उपस्थिति में इन नवाचारों की विस्तार से जानकारी दी गई।

कार्यशाला में उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने कहा कि अब जमीन की रजिस्ट्री के तुरंत बाद नामांतरण की प्रक्रिया स्वतः और पारदर्शी तरीके से पूरी होगी। इससे न केवल आम जनता को राहत मिलेगी, बल्कि न्यायालयों में लंबित मामलों में भी कमी आएगी। उन्होंने बताया कि अब फर्जी दस्तावेजों, बिचौलियों और भ्रष्टाचार की संभावनाएं पूरी तरह समाप्त होंगी।

वित्त मंत्री श्री चौधरी ने कहा कि शासन की यह पहल प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया और सुशासन के संकल्प की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि पंजीयन प्रणाली में तकनीक के समावेश से प्रक्रिया सरल, पारदर्शी और भ्रष्टाचारमुक्त हो गई है। “सुगम” एप के माध्यम से अब नागरिक संपत्ति की वास्तविक स्थिति, जियोटैगिंग और गाइडलाइन मूल्य की जानकारी घर बैठे प्राप्त कर सकेंगे।
10 क्रांतिकारी नवाचारों में शामिल हैं:
1. आधार आधारित प्रमाणीकरण: पंजीयन के समय क्रेता-विक्रेता की पहचान आधार से होगी।
2. ऑनलाइन सर्च सुविधा: खसरा नंबर डालते ही संपत्ति का पूरा इतिहास मिलेगा।
3. भारमुक्त प्रमाणपत्र ऑनलाइन: संपत्ति पर ऋण न होने की पुष्टि घर बैठे।
4. एकीकृत कैशलेस भुगतान: स्टाम्प और पंजीयन शुल्क का एक साथ डिजिटल भुगतान।
5. व्हाट्सएप अलर्ट: रजिस्ट्री की स्थिति और दस्तावेज व्हाट्सएप पर उपलब्ध।
6. डिजीलॉकर में दस्तावेज: रजिस्ट्री के दस्तावेज ऑनलाइन सुरक्षित रहेंगे।
7. ऑटो डीड जनरेशन: दस्तावेज स्वतः तैयार होंगे, प्रक्रिया पेपरलेस होगी।
8. डिजी डॉक्यूमेंट सुविधा: शपथ पत्र व अनुबंध पत्र डिजिटल रूप से तैयार।
9. घर बैठे रजिस्ट्री: अपॉइंटमेंट लेकर घर से ही रजिस्ट्री संभव।
10. स्वतः नामांतरण: रजिस्ट्री के साथ ही राजस्व रिकॉर्ड में नामांतरण।
इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, अंबिकापुर विधायक श्री राजेश अग्रवाल सहित जिले के अन्य जनप्रतिनिधि, अधिकारी और मीडिया प्रतिनिधि मौजूद रहे।
कार्यक्रम के अंत में महानिरीक्षक पंजीयन द्वारा धन्यवाद ज्ञापन किया गया। अधिकारियों से इन नवाचारों को प्रभावी ढंग से लागू करने और जन-जन तक इसका लाभ पहुँचाने का आग्रह किया गया।