
रिपोर्टर — सुरज पुरेना
Bilaspur । मोपका वार्ड नंबर 47 के रहवासियों और जनप्रतिनिधियों ने एक बार फिर धार्मिक और सामाजिक स्थल के समीप संचालित शराब दुकान को हटाने की मांग को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा है। उन्होंने कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक, तहसीलदार और आबकारी विभाग के अधिकारियों से इस संबंध में तुरंत कार्रवाई की मांग की है।
जनप्रतिनिधियों का कहना है कि बस्ती के बीचोंबीच शराब दुकान संचालित होने के कारण आए दिन अशांति फैलती है। शराबियों द्वारा हुड़दंग मचाया जाता है और महिलाओं व युवतियों से अभद्र व्यवहार किया जाता है, जिससे क्षेत्र में भय और असुरक्षा का माहौल बना हुआ है।

स्थानीय लोगों का आरोप है कि शराब पीने के बाद शराबी खाली बोतलें, डिस्पोजल ग्लास, पानी के पाउच आदि को तालाब, धार्मिक स्थलों और बस्ती के आसपास फेंक देते हैं। इससे न सिर्फ स्वच्छता और पर्यावरण को नुकसान पहुंचता है, बल्कि धार्मिक आस्था का प्रतीक जैत खंभ भी अपवित्र हो रहा है।
विरोध कर रहे लोगों का कहना है कि वे पिछले छह वर्षों से लगातार इस दुकान को हटाने की मांग कर रहे हैं। इसके लिए कई बार जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों को ज्ञापन सौंप चुके हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।
स्थानीय निवासियों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही शराब दुकान को बस्ती से नहीं हटाया गया, तो वे उग्र आंदोलन करने को मजबूर होंगे। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि धार्मिक स्थलों और सामाजिक वातावरण को दूषित करने वाले इस व्यापार को अब और बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
ज्ञापन सौंपने वालों में मोहल्लेवासी, वार्ड के पार्षद और अन्य सामाजिक कार्यकर्ता शामिल रहे। वे सभी एकमत होकर क्षेत्र की शांति और सम्मान की रक्षा के लिए संघर्ष करने का संकल्प लेकर लौटे।