
रिपोर्टर — सुरज पुरेना
बिलासपुर न्यूज / कलेक्टर संजय अग्रवाल ने आज मंथन सभाकक्ष में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम के दौरान टीबी (क्षय रोग) से पीड़ित मरीजों को निःशुल्क पोषण आहार कीट प्रदान किए। यह पहल आयुर्वेद विभाग के चिकित्सकों द्वारा “निक्षय मित्र” बनकर की गई, जिसके तहत 210 मरीजों के लिए पौष्टिक खाद्य सामग्री उपलब्ध कराई गई है।

कलेक्टर ने सभी मरीजों को जल्द स्वस्थ होने की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि टीबी एक पूर्णतः इलाज योग्य बीमारी है, जिसे समय पर दवा सेवन और संतुलित आहार से हराया जा सकता है। उन्होंने बताया कि टीबी का मुख्य कारण शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता का कम होना है, इसलिए मरीजों के लिए प्रोटीन और पौष्टिक भोजन का सेवन बेहद आवश्यक है।

वितरित की गई पोषण आहार कीट में सोयाबीन बड़ी, चना, गुड़ सहित अन्य प्रोटीन व ऊर्जा से भरपूर सामग्री शामिल है। कलेक्टर के आग्रह पर आयुर्वेद विभाग के 45 डॉक्टरों ने निक्षय मित्र बनना स्वीकार किया और स्वेच्छा से इन मरीजों के लिए पोषण सामग्री उपलब्ध कराई।
कार्यक्रम में जिला पंचायत सीईओ संदीप अग्रवाल, नगर निगम आयुक्त अमित कुमार, सहायक कलेक्टर अरविन्थ कुमारन, जिला आयुर्वेद अधिकारी डॉ. यशवंत ध्रुव, सिविल सर्जन डॉ. अनिल गुप्ता, जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. गायत्री बांधी सहित आयुष विभाग के कई वरिष्ठ चिकित्सक मौजूद थे। इनमें डॉ. कोमल सिंह डोटे, डॉ. अजय भारती और डॉ. अनिल कुमार सोनी प्रमुख रूप से शामिल रहे।
कलेक्टर ने कहा कि टीबी मरीजों के इलाज में “निक्षय मित्र” अभियान एक बड़ी सामाजिक पहल है, जो न केवल मरीजों को पौष्टिक आहार उपलब्ध कराती है, बल्कि उन्हें मानसिक रूप से भी मजबूत बनाती है। उन्होंने सभी निक्षय मित्रों और चिकित्सकों का आभार व्यक्त किया।
आयुर्वेद विभाग के अधिकारियों ने बताया कि आगे भी इस तरह के सहयोग से टीबी उन्मूलन के लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद मिलेगी। जिला प्रशासन ने टीबी मुक्त बिलासपुर बनाने का संकल्प दोहराते हुए नागरिकों से भी अपील की कि वे इस अभियान से जुड़कर मरीजों की मदद करें।