
बरकसपाली पंचायत में “घोटाले का विस्फोट”! RTI और मीडिया की मार से कांप उठा तमनार प्रशासन — जांच टीम गठित, गड़बड़ी पर 3 दिन में फैसला…
रायगढ़। जनता का पैसा लुटा, सिस्टम बना मौन, RTI और मीडिया ने बजा दी भ्रष्टाचार की घंटी!” ग्राम पंचायत बरकसपाली में हुए वित्तीय घोटाले ने पूरे जनपद पंचायत तमनार के गलियारों में भूचाल ला दिया है। 15वें वित्त आयोग और अन्य मदों में की गई धांधली अब कोई अफवाह नहीं – यह अब सरकारी जांच के दायरे में है।
सूचना के अधिकार अधिनियम 2005 के तहत मांगी गई जानकारी और स्थानीय समाचार पत्रों की गंभीर रिपोर्टिंग ने बेजान फाइलों में आग लगा दी। अब मामला इतना गंभीर हो गया है कि प्रशासन को आपात जांच आदेश जारी करना पड़ा।

घोटाले की गूंज – जांच की गूंजायमान धमक” दिनांक 29 जुलाई 2025 को जारी आदेश क्रमांक 1418-19/जनपं/पंचा/2024-25 के अनुसार, जनपद पंचायत तमनार के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने तीन सदस्यीय विशेष जांच दल का गठन कर दिया है। इस टीम को तीन दिन के भीतर सच सामने लाना होगा, वरना प्रशासन पर भरोसे की अंतिम ईंट भी गिर जाएगी।
जांच टीम का “तीर” किन पर चलेगा? –
अधिकारी का नाम पदनाम भूमिका
1 श्री ऋषिकेश पटेल वरिष्ठ सहायक व लेखापाल अधिकारी, जनपद पंचायत तमनार प्रभारी अधिकारी
2 श्री आनंद राम पटेल पंचायत एवं समाज शिक्षा संगठक सहायक सदस्य
3 श्री संतोष कुमार निषाद उप अभियंता सहायक सदस्य
इन तीनों पर अब जनता की नज़र है — क्या ये जांच को निष्पक्ष अंजाम देंगे या फिर यह भी “फ़ाइलों में दफ़न” कर दी जाएगी?
धांधली की डिटेल – “कागज़ पर सड़कें, हकीकत में दलदल” जानकारी के अनुसार:
* फ़र्ज़ी मस्टर रोल
* बिना निर्माण के भुगतान
* निजी दुकानों को मनमानी भुगतान
* पंचायत प्रतिनिधियों की सांठगांठ और RTI के जवाबों में झूठ और गोलमोल बयानबाज़ी
ये सब एक रैकेट की तरह सामने आ रहे हैं, जो पंचायत तंत्र को दीमक की तरह चाट रहा है।
*RTI और पत्रकारिता की जीत -जनता की आवाज़ बनी चट्टान :* इस पूरे घोटाले की परतें RTI कार्यकर्ता द्वारा खंगाली गईं, और पत्रकारों ने इन्हें साहसपूर्वक प्रकाशित किया।
ये कोई मामूली लेख नहीं था, ये थी “सत्ता को आईना दिखाने वाली कलम की चोट”!
*⚖️ अब जनता पूछ रही है “कब होगा हिसाब?”* –
* क्या दोषियों के खिलाफ FIR होगी?
* क्या बरकसपाली का सचिव और सरपंच निलंबित होंगे?
* क्या सरकारी पैसे की रिकवरी होगी?
* क्या ये कार्रवाई एक नजीर बनेगी या फिर रफ़ा-दफ़ा?
अगर जांच निष्पक्ष हुई, तो ये पंचायत नहीं, पूरे सिस्टम का पर्दाफाश होगा : यह मामला तमनार का है, लेकिन गूंज रायगढ़ के हर कोने में है। पंचायतों में चल रहे गबन के गुप्त रास्ते अब उजागर हो रहे हैं।
यह सिर्फ एक जांच नहीं, बल्कि भ्रष्टाचार के किले पर पहला गोला है!
जनता से अपील: अब खामोश मत रहिए
अगर आपके गांव में भी विकास सिर्फ कागज़ पर हुआ है — तो RTI लगाइए, सच बोलिए, और आवाज़ उठाइए।
क्योंकि अगर आप चुप रहे, तो अगला घोटाला आपके गांव की बारी में होगा।