
रिपोर्टर — सुरज पुरेना
Bilaspur news / बिलासपुर। डी.पी. विप्र महाविद्यालय ने नवाचार, स्टार्टअप और उद्यमिता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एटलब इन्क्यूबेशन सेंटर-आईआईआईटी हैदराबाद फाउंडेशन (AIC-IIITH) के साथ एमओयू किया है। इसके तहत महाविद्यालय परिसर में एक अत्याधुनिक Startup Incubation Centre स्थापित होगा। यह समझौता हाल ही में आयोजित Kerala Innovation Festival 2025 में AIC-IIITH के सीईओ श्री रविशंकर सरकूनन एवं महाविद्यालय की ओर से इनोवेशन सेल प्रभारी डॉ. निधीश चौबे की उपस्थिति में हुआ। इस अवसर पर स्टार्टअप सेल एडवाइजर श्री रविन्द्र सिंह क्षत्री भी मौजूद रहे।
इस साझेदारी से छात्रों को IIITH के मेंटर्स, निवेशकों, स्टार्टअप टूलकिट्स और राष्ट्रीय फंडिंग योजनाओं तक पहुंच मिलेगी। स्टार्टअप बूटकैंप, हैकेथॉन, पिचाथॉन व डेमो-डे जैसे आयोजन होंगे। साथ ही Faculty Development Programs, IPR Workshops और Student Masterclasses का भी आयोजन किया जाएगा।
महाविद्यालय के चेयरमैन श्री अनुराग शुक्ला ने कहा कि यह एमओयू छात्रों के विचारों को व्यवसाय में बदलने की दिशा में मिल का पत्थर साबित होगा। ऑटोनॉमस कमेटी अध्यक्ष श्री राजकुमार अग्रवाल ने कहा कि यह प्रयास नवाचार की नई संस्कृति को जन्म देगा। प्राचार्या डॉ. अंजू शुक्ला ने कहा कि अब छात्रों को नवाचार के लिए बाहर जाने की जरूरत नहीं, सभी संसाधन परिसर में ही उपलब्ध होंगे।
उप-प्राचार्य डॉ. एम.एस. तम्बोली ने कहा कि स्टार्टअप केवल ऐप या कोड नहीं, बल्कि समस्याओं के समाधान होते हैं और अब डी.पी. विप्र महाविद्यालय इसका केंद्र बनेगा। महाविद्यालय के सभी प्राध्यापकों, कर्मचारियों और पूर्व छात्रों ने इस उपलब्धि पर खुशी जताई।
यह इनक्यूबेशन सेंटर न केवल छात्रों को रोजगार दिलाने में मदद करेगा, बल्कि उन्हें रोजगार देने वाला उद्यमी बनाने की दिशा में प्रेरित करेगा। बिलासपुर जैसे क्षेत्र में यह पहल उद्यमशीलता की नई क्रांति की शुरुआत मानी जा रही है।