रिपोर्टर — सुरज पुरेना
बिलासपुर न्यूज / दशहरे के पारंपरिक आयोजन को लेकर इस साल भी रावणी विवाद गरमा गया है। अरपांचल मंच ने कांग्रेसजनों के साथ सोमवार को कलेक्ट्रेट का घेराव कर प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि जिला प्रशासन राजनीतिक दबाव में काम कर रहा है और मंच द्वारा वर्षों से साइंस कॉलेज मैदान में आयोजित होने वाले रावण दहन कार्यक्रम का अधिकार छीनकर इसे दूसरे संगठन को आबंटित कर दिया गया।
आंदोलन की अगुवाई कर रहे शुधांशू मिश्रा ने कहा कि रावण दहन केवल साइंस कॉलेज मैदान में ही होगा, चाहे इसके लिए कोर्ट जाना पड़े या जेल। उन्होंने प्रशासन को चेताया कि परंपरा से खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसी मांग को लेकर कांग्रेसजनों ने भी मंच का समर्थन किया और कलेक्ट्रेट गेट पर धरना देकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।

धरने के दौरान सैकड़ों की संख्या में पहुंचे कांग्रेसजन और मंच के कार्यकर्ताओं ने सड़क पर बैठकर नारेबाजी की, जिससे घंटों ट्रैफिक जाम की स्थिति रही। आमजन और अधिवक्ता अदालत पहुंचने में परेशान हुए। प्रदर्शन के कारण प्रशासनिक अमले में भी हड़कंप मचा रहा।
गौरतलब है कि अरपांचल मंच पिछले कई वर्षों से साइंस कॉलेज मैदान में रावण दहन करता आया है, लेकिन इस बार प्रशासन ने पूर्व आवेदन के बावजूद मैदान किसी और संगठन को आबंटित कर दिया। इसी को लेकर मंच ने प्रेस वार्ता कर पहले ही आंदोलन की चेतावनी दी थी।
यह विवाद नया नहीं है। पूर्व मेयर वाणी राव के कार्यकाल में भी पुलिस लाइन में रावण दहन को लेकर बड़ा बवाल हो चुका है। तब भी राजनीतिक खींचतान के चलते आयोजन विवादों में घिर गया था। अब एक बार फिर वही हालात बनते दिख रहे हैं, जिससे दशहरा महोत्सव पर सियासी रंग चढ़ गया है।


