
( रिपोर्टर — सुरज पुरेना )
बिलासपुर न्यूज / सर्वपितृ मोक्ष अमावस्या पर्व पर इस बार भी नगर निगम प्रशासन की लापरवाही उजागर हुई। शहर के प्रमुख विसर्जन स्थल छठघाट में सफाई व्यवस्था नदारद रही। घाट परिसर गंदगी और बदबू से अटा पड़ा था, जिसके कारण श्रद्धालु आक्रोशित होकर बिना विसर्जन किए ही वापस लौट गए।

पखवाड़े भर से शहरवासी अपने पितृ देवताओं के लिए तर्पण, पूजन और हवन कर रहे थे। परंपरा के अनुसार रविवार को सर्वपितृ अमावस्या पर लोग पूजन सामग्री, फूल, पान, कुश और अन्य सामग्री का विसर्जन करने छठघाट पहुंचे। लेकिन वहां पसरी गंदगी और दुर्गंध देखकर उनकी आस्था को गहरी ठेस पहुँची। श्रद्धालुओं ने कहा कि पर्व के दिन भी प्रशासन न्यूनतम व्यवस्था तक सुनिश्चित नहीं कर पाया।

लोगों का कहना था कि हिंदू पर्व-त्योहारों के दौरान निगम प्रशासन बार-बार इसी तरह की उदासीनता दिखाता है। जबकि यह दिन पितृ मोक्ष और श्रद्धा से जुड़ा होता है, ऐसे अवसरों पर साफ-सफाई और सुरक्षा व्यवस्था प्राथमिकता में होनी चाहिए। श्रद्धालुओं ने गुस्से में कहा कि प्रशासन की लापरवाही न केवल धार्मिक आस्था के प्रति अपमान है बल्कि स्वच्छता के दावों की भी पोल खोलती है।
नाराज श्रद्धालुओं ने शासन-प्रशासन से मांग की कि आगामी पर्व-त्योहारों में पहले से व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं ताकि भविष्य में आस्था को ठेस न पहुंचे। छठघाट पर हुई इस लापरवाही ने नगर निगम की कार्यप्रणाली पर एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं।